सड़कों पर पसरा रहा कूड़ा, डोर टू डोर कलेक्शन भी ठप्प

पटना। पटना नगर निगम के चतुर्थवर्गीय कर्मियों के हड़ताल के कारण राजधानी की सड़कों पर कचड़े का अंबार लग गया है। हड़ताल के कारण मुहल्लों में घूमने वाले डोर टू डोर कूड़ा कलेक्शन भी ठप्प हो गया है। पटना नगर निगम प्रशासन की सारी तैयारी फेल साबित हो रही है।

निगम प्रशासन द्वारा दावा किया जा रहा था कि सड़कों को साफ रखा जाएगा लेकिन कूड़ा उठाव नहीं होने के कारण सड़कों पर गंदगी का अंबार लगा है तथा कूड़े की सड़ांध से राजधानीवासी त्रस्त है। शहर से रोज औसतन 1200 टन कचरा निकलता है लेकिन हड़ताल के कारण करीब 600 टन का ही उठाव हो सका। हड़ताली कर्मियों के आक्रोश के कारण यार्ड से कचड़ा वाहन को निकलने नहीं दिया जा रहा है। एनसीसी, कंकड़बाग सहित अन्य अंचलों में निगम प्रशासन द्वारा कूड़ा उठाव का प्रयास किया गया लेकिन निगम प्रशासन को सफलता नहीं मिली। अन्य अंचलों में भी कचरा वाहनों को नहीं निकलने दिया गया।

बड़े वाहनों के ड्राइवर भी हड़ताल में शामिल हैं इसलिए कचरा उठाव के बाद उसे बैरिया स्थित ट्रेंचिंग ग्राउंड तक नहीं पहुंचाया जा सका। मुहल्ले के सेंटरों पर ही कचरे को डंप किया जा रहा है। इससे चौक चौराहों पर बदबू से रहना मुहाल होने लगा है। पटना नगर निगम में दैनिक चतुर्थवर्गीय कर्मचारियों की संख्या करीब 4200 है। इसमें से 3 हजार से भी अधिक हड़ताल में शामिल हैं।

आउटसोर्स वाले कर्मचारियों के भरोसे ही सफ ाई की पूरी व्यवस्था की जा रही है। एक वार्ड में 40-50 सफ ाईकर्मियों की तैनाती रहती है लेकिन अभी करीब 15 से काम चलाया जा रहा है। हड़ताल की वजह से निवर्तमान पार्षदों की परेशानी बढ़ गई है क्योंकि कुछ दिन बाद चुनाव होना है।

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