1 दिसंबर का दिन आजादी के अमृत काल में ऐतिहासिक रहने वाला है। दरअसल, भारत 1 दिसंबर से जी-20 की अध्यक्षता औपचारिक रूप से ग्रहण करने जा रहा है। ज्ञात हो, जी-20 की अध्यक्षता भारत के लिए बहुत बड़ा अवसर है। विशेषज्ञों की मानें तो इससे देश को विश्व मंच पर प्रतिष्ठा मिलेगी। इस संबंध में करीब 32 विभिन्न क्षेत्रों से जुड़े विषयों पर देश के अलग अलग भागों में लगभग 200 बैठकें आयोजित की जाएंगी। केवल इतना ही नहीं इस खास दिन पर इस अवसर को और यादगार बनाने के लिए देशभर में 100 ऐतिहासिक इमारतों पर जी-20 के लोगो के साथ रोशनी की जाएगी।
देशभर में 100 ऐतिहासिक इमारतों पर नजर आएगा G20 का लोगो
बता दें, इस लोगो को भारतीय राष्ट्रीय ध्वज के रंगों केसरिया, सफेद, हरे तथा नीले रंग से प्रेरित होकर तैयार किया गया है। लोगो में प्रकृति के साथ सामंजस्य रखने की प्रति भारत की जीवन दृष्टि के तौर पर दर्शाया गया है। जी-20 लोगो के नीचे देवनागरी लिपि में भारत लिखा हुआ है।
जी-20 की भारत की अध्यक्षता को वसुधैव कुटुम्बकम के रूप में अंकित किया गया है, जिसका अर्थ है संपूर्ण पृथ्वी एक परिवार है और इसका एक ही भविष्य है। वसुधैव कुटुम्बकम पृथ्वी पर मौजूद सभी मानव, वन्यजीव, पेड़-पौधे और उनके एक दूसरे के प्रति सम्बन्ध का सूचक है।
कब से कब तक मिली भारत को G20 की अध्यक्षता ?
• भारत 1 दिसंबर, 2022 से अगले साल 30 नवंबर तक एक वर्ष के लिए G20 की अध्यक्षता ग्रहण करेगा। अपनी अध्यक्षता के दौरान, भारत देशभर में कई स्थानों पर 32 विभिन्न क्षेत्रों में लगभग 200 बैठकें आयोजित करेगा। अगले साल आयोजित होने वाला G20 शिखर सम्मेलन भारत द्वारा आयोजित की जाने वाली सर्वोच्च-प्रोफाइल अंतर्राष्ट्रीय सभाओं में से एक होगा।
• G20 दुनिया की प्रमुख विकसित और विकासशील अर्थव्यवस्थाओं का एक अंतर-सरकारी मंच है। इसमें अर्जेंटीना, ऑस्ट्रेलिया, ब्राजील, कनाडा, चीन, फ्रांस, जर्मनी, भारत, इंडोनेशिया, इटली, जापान, दक्षिण कोरिया, मैक्सिको, रूस, सऊदी अरब, दक्षिण अफ्रीका, तुर्की, यूके, यूएसए और यूरोपीय संघ शामिल हैं। सामूहिक रूप से, G20 का वैश्विक सकल घरेलू उत्पाद का 85 प्रतिशत, अंतर्राष्ट्रीय व्यापार का 75 प्रतिशत और विश्व जनसंख्या का दो-तिहाई हिस्सा है, जो इसे अंतर्राष्ट्रीय आर्थिक सहयोग का प्रमुख मंच बनाता है।
• हाल ही में पीएम मोदी ने भारत के G20 प्रेसीडेंसी के लोगो, थीम और वेबसाइट का भी अनावरण किया है।
• G20 लोगो भारत के राष्ट्रीय ध्वज के जीवंत रंगों – केसरिया, सफेद और हरा, और नीला से प्रेरणा लेता है। यह भारत के राष्ट्रीय फूल कमल के साथ पृथ्वी ग्रह को जोड़ता है जो चुनौतियों के बीच विकास को दर्शाता है। पृथ्वी जीवन के प्रति भारत के ग्रह-समर्थक दृष्टिकोण को दर्शाती है, जो प्रकृति के साथ पूर्ण सामंजस्य में है। G20 लोगो के नीचे देवनागरी लिपि में “भारत” लिखा हुआ है।
• भारत के G20 प्रेसीडेंसी का विषय- वसुधैव कुटुम्बकम या एक पृथ्वी एक परिवार एक भविष्य- महा उपनिषद के प्राचीन संस्कृत पाठ से लिया गया है। वसुधैव कुटुम्बकम पृथ्वी पर मौजूद सभी मानव, वन्यजीव, पेड़-पौधे और ग्रह उनके एक दूसरे के प्रति सम्बन्ध का सूचक है।