प्राइवेट स्कूल्स एंड चिल्ड्रन वेलफेयर एसोसिएशन के वेस्ट बंगाल राज्य के नए पदाधिकारियों का गठन

कोलकाता के प्रेस क्लब में प्राइवेट स्कूलस एंड चिल्ड्रन वेलफेयर एसोसिएशन के वेस्ट बंगाल राज्य का एक दिवसीय सम्मेलन का उद्घाटन प्राइवेट स्कूलस एन्ड चिल्ड्रेन वेलफेयर एसोसिएशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष शमायल अहमद ने किया। इस मौके पर एसोसिएशन से जुड़े वेस्ट बंगाल के पदाधिकारीयो एवं नालंदा लर्निंग की पूरी टीम ने राष्ट्रीय अध्यक्ष का पुष्प गुछ एवं शॉल भेंट कर गर्मजोशी से जोरदार स्वागत किया।

इस अवस्वर पर वेस्ट बंगाल के सभी 24 जिलों के पर्तिनिधी एवं निजी विद्यालयों के निदेशक,एवं प्रिंसिपल 200 से अधिक की संख्या में उपस्थित थे। कोरोना काल मे सबसे अधिक नुकसान निजी विद्यालयों का हुआ है। यह बाते एसोसिएशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष शमायल अहमद ने कोलकाता के प्रेस क्लब में कहा।

उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार एवं देश के विभिन्न राज्य की सरकारों ने भी कोई मदद नहीं की इसके बाद भी निजी विद्यालय ने अपने स्तर से बच्चों को पढ़ाने का काम किया।

शमायल अहमद ने वहां के स्थानीय सरकार से मांग की है ट्रांसपोर्ट, बिजली एवं मकान के टैक्स को अविलंब माफ किया जाए ताकि निजी स्कूल सही ढंग से चल सके और उनके ऊपर जो कर्ज़ चढ़ा हुआ है जिसके कारण स्कूल के संचालक मानसिक तौर से बीमार पड़े हुए हैं।

इस अवसर पर एसोसिएशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने वेस्ट बंगाल की एसोसिएशन की पुरानी कमेटी को भंग करके नई कमेटी की घोषणा की है, जिसके अंतर्गत परमात्मा यादव को वेस्ट बंगाल का नया अध्यक्ष नियुक्त किया गया है, उपाध्यक्ष के पद पर मोहन पांडे एवं श्याम यादव हैं, जनरल सेक्रेटरी ईशांत सिंह, सेक्रेटरी धर्मेंद्र सिंह, ज्वाइंट सेक्रेट्री पवन कुमार सिंह एवं कल्याणी दास कोषाध्यक्ष भगवान जी एवं संतोष सिन्हा बने।

इस अवसर पर नालंदा लर्निंग के संयोजक सी ई ओ, तमल मुखर्जी एवं डायरेक्टर तिमिर मुखर्जी भी मौजूद थे उन्होंने मोंटसरी स्कूल के बच्चों के लिए न्यू एजुकेशन पॉलिसी के अंतर्गत सिलेबस तैयार करने का एक बहुत अद्भुत और कारगर तरीका निकाला है जो बहुत ही सराहनीय है इस नई तकनीक के माध्यम से बच्चे को डिजिटल लर्निंग के माध्यम से बड़ी सरलता से पढ़ाया जाएगा जो कि बच्चों के लिए काफी रुचि भरा होगा, एनसीआरटी ने भी इसे अप्रूव किया है।

एसोसिएशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष शमायल अहमद ने कहा कि छोटे बच्चों के लिए कोरोनावायरस के बाद इस प्रकार का सिलेबस तैयार करना बच्चों के लिए निश्चित रूप से लाभदायक होगा। इस मौके पर अन्य लोगो ने भी अपने विचार रखे।

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