सशक्तिकरण के लिए महिलाओं को आर्थिक रूप से स्वतंत्र होना बेहद जरूरी हैं। आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर महिलाएं वास्तव में सशक्त होती हैं। जब महिला आत्मनिर्भर होगी तब समाज सशक्त होगा।
‘आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर महिलाएं वास्तव में सशक्त होती हैं तथा वे अपने जीवन के निर्णय स्वयं ले सकती हैं। महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए लैंगिक समानता और आर्थिक स्वावलंबन अत्यंत आवश्यक है।’ किसी भी स्वस्थ और स्वच्छ समाज के लिए महिला का नेतृत्व अनिवार्य है।
इसी दिशा में सीएससी के द्वारा कई सार्थक कदम उठाए जा रहे है। महिला हित ध्यान रख कई योजना संचालित की जा रही है। महिला को समाज के मुख्य धारा का स्तम्भ बनाने हेतु उन्हें आत्मनिर्भर बनाने के प्रयास में सीएससी की भूमिका प्रासंगिक है।
सीएससी जन सेवा केंद्र वीएलई के रूप में अधिक महिलाओं को प्रोत्साहित करता है। सीएससी सेवाओं के मानकीकरण की सुविधा प्रदान करता है और हितधारकों के क्षमता निर्माण को भी बढ़ावा देता है। सीएससी में सहायता केंद्र भी महिलाओं के द्वारा संचालित की जा रही है।सीएससी के द्वारा महिला सशक्तिकरण एक आंदोलन के रूप में की जा रही है। आगामी 8मार्च को पटना के विद्यापति भवन में महिला दिवस पर कार्यशाला का आयोजन किया जा रहा है जिसमें बिहार सरकार के पथ निर्माण मंत्री नितिन नवीन और सूचना प्रोधोगिकी सह श्रम मंत्री जीवेश कुमार की उपस्थिति रहेगी।