पटना, राष्ट्रीय-राजकीय सम्मान से अंलकृत शिक्षिका डा. नम्रता आनंद को बिहार के आदर्श शिक्षक पुस्तक के लोकार्पण के अवसर पर शिक्षा मंत्री प्रो. चंद्रशेखर ने सम्माानित किया।
राजधानी पटना के डा. मदन मोहन झा स्मृति भवन, शिक्षा विभाग , विकास भवन में बिहार के आदर्श शिक्षक का लोकार्पण किया गया। बिहार के आदर्श शिक्षक का संपादन ललित कुमार सिंह ने किया है। केबीसी ननैनो प्रकाशन, नयी दिल्ली के द्वारा प्रकाशित इस किताबमें राष्ट्रीय-राजकीय सम्मान से अंलकृत 24 शिक्षिकों का जीवन वृतांत और संस्मरण दिये गये हैं। कार्यक्रम की शुरूआत दीप प्रज्जवलित कर की गयी। इसके बाद आंगतुक सभी अतथियों को शॉल और मिथिला पाग देकर सम्मानित किया गया। इस पुस्तक का लोकापर्ण शिक्षा मंत्री प्रो. चंद्रशेखर ने किया।
शिक्षक अपने शिक्षा के ज़रिये व्यक्ति ,समाज और राष्ट्र का निर्माण करता है : डा. नम्रता आनंद
इस अवसर पर डा. नम्रता आनंद समेत 24 शिक्षकों को सम्मानित किया गया। डा. नम्रता आनंद को शिक्षा मंत्री प्रो. चंद्रशेखर ने शॉल और पुस्तक देकर सम्माानित किया। डा. नम्रता आनंद ने कहा कि यह उनके लिये गौरव का क्षण है।
उन्होंने कहा, शिक्षक वह प्रकाश है जो सभी के ज़िन्दगी में रोशनी भर देता है। शिक्षक अपने शिक्षा के ज़रिये व्यक्ति , समाज और राष्ट्र का निर्माण करता है। उनकी शिक्षा की वजह से व्यक्ति में आत्मविश्वास का संचार होता है जिसकी वजह से वह अपने ज़िन्दगी में कुछ कर गुजरने की चाहत रखता है। शिक्षा वह मज़बूत ताकत है जिससे हम समाज को सकारात्मक बदलाव की ओर ले जा सकते है। शिक्षक एक सभ्य समाज का निर्माण करता है।
शिक्षक एक सभ्य समाज का निर्माण करता है : डा. नम्रता आनंद
शिक्षक विद्यार्थिओं का मार्ग दर्शक है। ज़िन्दगी के कठिन मोड़ पर जब हम रास्ता भटक जाते है तो कोई न कोई इंसान शिक्षक के रूप में अपनी भूमिका निभाता है। शिक्षक विद्यार्थिओं को आने वाले बेहतर भविष्य के लिए तैयार करते है। शिक्षक शिष्टता, सहनशीलता ,धैर्य से जीवन के संघर्षों से पार करना सिखाते है।
उल्लेखनीय है कि वर्ष 2019 में डा. नम्रता आनंद को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बिहार की सर्वश्रेष्ठ 20 शिक्षकों में सम्मानित किया है।