पटना। डीएम सह अध्यक्ष जिला स्वास्थ्य समिति पटना डॉ चन्द्रशेखर सिंह ने कहा है कि सुदृढ़, विश्वसनीय एवं गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवा उपलब्ध कराना प्रशासन की सर्वोच्च प्राथमिकता है। जरूरतमंदों के इलाज के प्रति सभी को संवेदनशीलता प्रदर्शित करनी पड़ेगी। जिला स्वास्थ्य समिति की मासिक बैठक में डीएम डॉण् सिंह ने कहा कि सभी पदाधिकारियों को कोविड दौर से बाहर आकर तत्परता से नियमित कार्य सम्पन्न करने की आवश्यकता है।
उन्होंने स्वास्थ्य विभाग द्वारा निर्धारित छह मुख्य मानकों पर प्रखंडों के प्रदर्शन की समीक्षा की। ये इन्डिकेटर्स हैं ओपीडी, आईपीडी, एएनसी रजिस्ट्रेशन, प्रथम तिमाही में एएनसी 4 एएनसी एवं संस्थागत प्रस्तव। सबसे अच्छा एवं सबसे खराब प्रदर्शन करने वाले पाँच प्रखंडों की गतिविधियों का जायजा लिया गया।
डीएम डॉ सिंह ने सिविल सर्जन को स्वास्थ्य विभाग द्वारा निर्धारित सभी छ: मुख्य मानकों पर खराब प्रदर्शन करने वाले प्रखण्डों के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारियों को कारण.पृच्छा करते हुए उनका स्पष्टीकरण प्राप्त कर उपस्थापित करने का निदेश दिया। उन्होंने इन प्रखण्डों के कार्यकलापों का नियमित अनुश्रवण करने को कहा।
उन्होंने मातृत्व देखभाल के लिए सतत प्रयत्नशील रहने का निदेश दिया। प्रथम तिमाही में जिला का प्रसवपूर्व सेवा प्रथम चेकअप में लक्ष्य 39105 के विरूद्ध उपलब्धि 45031 है। उन्होंने कहा कि संस्थागत प्रसव राष्ट्रीय एवं राज्य स्तर पर स्वास्थ्य कार्यक्रमों की समीक्षा का एक महत्वपूर्ण घटक है। उन्होंने कहा कि सुरक्षित प्रसव के लिए संस्थागत प्रसव को प्राथमिकता देने की आवश्यकता है। जन जागरूकता अभियान चलाकर भी इसमें सुधार लाया जा सकता है।
डीएम डॉ सिंह ने सभी चिकित्सा पदाधिकारियों को संस्थागत प्रसव में शीघ्र सुधार लाने का निदेश दिया। डीएम डॉ सिंह ने कहा कि ऐसी आशा कार्यकत्र्ताओं तथा स्वास्थ्य कर्मचारियों के विरूद्ध कार्रवाई की जाएगी जो गर्भवती माताओं के परिजनों को बहला फु सलाकर या अन्य तरीके से निजी नर्सिंग होम में भर्ती कराते हैं। संस्थागत प्रसव को हतोत्साहित करते हैं एवं जरूरतमंदों तक सरकार की योजनाओं का लाभ नहीं पहुँचने देते हैं।
डीएम डॉ सिंह ने विधिवत रूप से आशा चयन प्रक्रिया पूर्ण करने का निदेश दिया। वर्तमान में 3461 लक्ष्य के विरूद्ध 3109 आशा कार्यरत है। 352 आशा कार्यकर्ताओं का चयन किया जाना है। डीएम डॉ सिंह ने ई संजीवनी के माध्यम से टेलीमेडिसीन से चिकित्सकीय परामर्श का विधिवत प्रचार प्रसार करने का निदेश दिया। सभी हेल्थ एवं वेलनेस केन्द्रों तथा वीएचएसएनडी दिवस को सत्र स्थलों पर भी यह सुविधा उपलब्ध करायी जा रही है।
डीएम डॉ सिंह ने जापानी इंसेफ्लाइटिस आच्छादन 95 प्रतिशत करने के लिए तत्पर रहने का निदेश दिया। कोविड टीकाकरण में प्रथम डोज में पटना जिला की उपलब्धि 84 प्रतिशत है जबकि राज्य की उपलब्धि 82 प्रतिशत है। द्वितीय डोज में पटना जिला की उपलब्धि 89 प्रतिशत है जबकि राज्य की उपलब्धि 88 प्रतिशत है। प्रिकॉसन डोज में उपलब्धि 17 प्रतिशत है। सभी स्वास्थ्य केन्द्रों, स्वास्थ्य उप केन्द्रों, अतिरिक्त स्वास्थ्य केन्द्रों में नियमित रूप से चिकित्सकों की उपस्थिति सुनिश्चित की जाए। नागरिकों को उत्तम स्वास्थ्य सुविधा प्रदान करने के लिए हम सबको प्रतिबद्ध एवं तत्पर रहना पड़ेगा। बैठक में डीडीसी, सिविल सर्जन सहित सभी अस्पताल के पदाधिकारी उपस्थित थे।