छठ घाट का निरीक्षण व अन्य सुविधाओं के आकलन के लिए डीएम ने किया 20 टीमों का गठन

पटना। डीएम डा चन्द्रशेखर सिंह एवं एसएसपी मानवजीत सिंह ढिल्लो ने कहा है कि छठ महापर्व के अवसर पर उत्कृष्ट भीड़ प्रबंधन, सुदृढ़ सुरक्षा व्यवस्था एवं सुचारू यातायात प्रबंधन के लिए सभी पदाधिकारी सजग, सक्रिय एवं तत्पर रहें। अधिकारियों ने कहा कि छठ पर्व लोक आस्था का महापर्व है।

बाहर रहने वाले बिहार के निवासी भी बड़ी संख्या में अपने घर आते हैं। श्रद्धालुओं एवं छठव्रतियों की सुविधा के लिए सम्पूर्ण प्रशासनिक तंत्र प्रतिबद्ध है। डीएम डॉ सिंह व एसएसपी श्री ढिल्लो ने कहा कि इस अवसर पर विधि व्यवस्था संधारण प्रशासन की सर्वोच्च प्राथमिकता है।

डीएम डॉ सिंह व एसएसपी श्री ढिल्लो ने सभी पदाधिकारियों को दुर्गापूजा, दशहरा एवं रावण वध कार्यक्रम के सफ ल आयोजन हेतु बधाई दी। अधिकारियों ने कहा कि आप लोगों ने उत्कृष्टतापूर्वक अपने दायित्वों का निर्वहन किया है तथा आशा है कि आगामी छठ महापर्व का भी हम सभी सफ लतापूर्वक आयोजन सुनिश्चित करेंगे।

सभी पदाधिकारियों को टीम भावना से काम करना होगा। नगर निकाय, जल संसाधन विभाग, आपदा प्रबंधन विभाग, पुलिस, प्रशासन, विद्युत, भवन निर्माण विभाग, पथ निर्माण, पुल निर्माण, अग्निशमन सहित सभी विभागों के पदाधिकारियों को आपस में समन्वय स्थापित करते हुए तत्परता एवं कुशलतापूर्वक अपने दायित्वों का निर्वहन करना होगा। मालूम हो कि इस वर्ष छठ पर्व 30 व 31 अक्टूबर को मनाया जाएगा।

28 अक्टूबर को नहाय खाय से पर्व का अनुष्ठान होगा। 29 अक्टूबर को खरना, 30 अक्टूबर को संध्या अघ्र्य एवं अक्टूबर को प्रात: अघ्र्य का आयोजन होगा। इस बैठक में आगामी छठ महापर्वए 2022 के आयोजन हेतु एजेंडावार विस्तृत समीक्षा की गई। छठ घाटों की तैयारी, स्वच्छता, यातायात व्यवस्था, घाटों पर नियंत्रण कक्ष एवं वाच टावर की स्थापना, आपदा प्रबंधन, चिकित्सा व्यवस्था, विद्युत व्यवस्था, ध्वनि विस्तारक यंत्र की व्यवस्था, सीसीटीवी कैमरा का अधिष्ठापन, शौचालय, चापाकल एवं यूरिनल की व्यवस्था, विधि व्यवस्था संधारण सहित विभिन्न बिन्दुओं पर एक एक कर विस्तार से चर्चा की गई एवं आवश्यक निदेश दिया गया।

डीएम व एसएसपी द्वारा अनुमंडलवार तैयारियों एवं आवश्यकताओं के बारे में सभी अनुमंडलाधिकारियों तथा अनुमंडल पुलिस पदाधिकारियों से एक एक कर जानकारी ली गई। छठ महापर्व के अवसर पर सम्यक तैयारी हेतु घाटों का निरीक्षण, खतरनाक घाटों की पहचान एवं अन्य आवश्यक सुविधाओं को सुनिश्चित करने हेतु डीएम डॉण् सिंह द्वारा पदाधिकारियों के 20 टीम का गठन किया गया है। इन पदाधिकारियों द्वारा 105 घाटों का निरीक्षण कर तीन दिन के अंदर विहित प्रपत्र में प्रतिवेदन समर्पित किया जाएगा।

Related posts

Leave a Comment