बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष विजय कुमार सिन्हा ने कहा कि महागठबंधन सरकार बनने के बाद से बिहार में हत्या, डकैती, लूट एवं अन्य अपराधिक घटनाओं में भारी वृद्धि हुई है। महागठंबधन सरकार के 100 दिन पूरे होने पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुये उन्होंने कहा कि यह सरकार जनादेश के विरुद्ध पिछले दरवाजे से आयी है।
श्री सिन्हा ने कहा कि अगस्त 2022 में महागठबंधन की सरकार बनने के बाद अकेले अगस्त माह में हत्या में 257 लोगों की जान गई। उसी माह लूट,डकैती, चोरी एवं अपरहण की 5000 से अधिक घटना हुई। लोगों का राज्य में कहना है कि राज्य के सभी जिलों में हुई हत्या, एवं गोली के शिकार लोगों का समाचार पत्रों में छपी खबर का संज्ञान लिया जाय तो यह ऑंकड़ा अगस्त से अभी तक 1000 से उपर चला गया है।
श्री सिन्हा ने कहा कि पटना अब लूट की राजधानी बन चुका है। यहां 17 करोड़ से अधिक का सोना लूटा जा चुका है। राज्य का गृह विभाग 17 वर्षो से मुख्यमंत्री के जिम्में है।
श्री सिन्हा ने कहा कि अपराध की बहुत घटनायें थानों में दर्ज नही की जाती है। यदि इन सभी को सूचीबद्ध किया जाय तो ऑंकड़ा बहुत बढ़ जायगा।
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि राज्य सरकार अपराध रोकने में विफल हो चुकी है। अपराध रोकने हेतु निषेधात्मक कार्य नहीं किए जा रहा है। 3.50 लाख से अधिक मामले अनुसंधान हेतु पुलिस के स्तर पर लंबित है।
श्री सिन्हा ने मुख्यमंत्री द्वारा गांधी मैदान में कथित नियुक्ति पत्र बंटवारे में अपने भाषण में 3 माह में अनुसंधान कार्य पूरा करने हेतु पुलिस को निदेश पर तंज कसते हुए कहा कि मुख्यमंत्री को 16 फरवरी 2023 को समीक्षा करनी चाहिए कि उनके निदेश का कितना पालन हुआ है।
श्री सिन्हा ने कहा राज्य में भ्रष्ट पदाधिकारियों को संरक्षण एवं ईमानदार पदाधिकारियों की उपेक्षा के कारण उनका मनोबल गिर गया है।
श्री सिन्हा ने कहा कि प्रधानमंत्री पद का सपना देखते देखते मुख्यमंत्री ने बिहार को कुशासन के गर्त में गिरा दिया है।