दिल्ली डायरी : सेराजेम की 25वीं वर्षगाँठ

कमल की कलम से

साउथ कोरिया की 25 साल पुरानी कम्पनी CERAGEM जो 70 से ज्यादा देशों में और 18 सालों से भारतवर्ष में काम कर रही है जिसके दिल्ली के 15 सेंटर में एक बहुत ही बढियाँ सेंटर Palam CERAGEM सेंटर द्वारा इस कम्पनी के 25 साल पूरा होने पर उसकी रजत जयंती के अवसर पर एक शानदार कार्यक्रम आयोजित की गई जिसका समापन दिन के भोजन के साथ हुआ. यह आयोजन पूरे धूमधाम और उल्लास के साथ मनाया गया.

भारतीय संस्कृति के पुरजोर समर्थन में माता की चौकी आयोजित की गई जिसमें सुनीता जोशी जी ने अपनी भक्ति भरे गीतों से और अपनी मंडली के कलाकारों द्वारा प्रस्तुत झांकियों ने सबका दिल मोह लिया. उनके मंडली के कलाकारों ने अपने अभिनय से सबको अचंभित कर दिया. भगवान शिव और माता पार्वती की प्रस्तुति तो अद्भुत छटा बिखेर गयी. इसके साथ ही साजिद सर का जन्मदिन भी पूरे सम्मान के साथ मनाया गया. इस अवसर पर CERAGEM के दिल्ली एन सी आर और हरियाणा के क्षेत्रीय निदेशक आदरणीय मनजीत सर की उपस्थिति ने इसमें चार चाँद लगा दिया.

इस अवसर पर इस सेंटर के करीब 300 सदस्यों ने इसमें शिरकत कर पूरी मौज मस्ती और डांस में बढ़ चढ़ कर हिस्सा लिया.

यह Palam CERAGEM सेंटर नेहा मैम द्वारा स्थापित और साजिद सर द्वारा संचालित है.नेहा जी का कहना है कि यह सेंटर अब तक हजारों लोगों को फायदा पहुँचा चुका है.यह पालम फ्लाईओवर के नीचे और पालम मेट्रो स्टेशन के द्वार संख्या 2 से 100 मीटर की दूरी पर है.
यहाँ की स्टाफ अनिता,ज्योति,खुशबू , रौनक और कोमल बहुत ही खुशमिजाज और काफी सहयोगपूर्ण रवैया वाली है. यहाँ थेरेपी लेने आने वाले लोगों के प्रति इनका व्यवहार बहुत ही कुशल है. ये सारे स्टाफ बहुत ही स्मार्ट और नर्स की तरह निस्वार्थ सेवा देनेवाली है.

अब आपको बताते चलें कि यह थेरेपी आखिर है क्या ?

विज्ञान की प्रगति के साथ चिकित्सा क्षेत्र में भी कई तरह के अनोखे बदलाव आए हैं.जहां कुछ समय पूर्व छोटी-छोटी बिमारियां जानलेवा हुआ करती थी वहीं चिकित्सा की प्रगति ने आज कई तरह की असाध्य बिमारियों का सफल इलाज खोज निकाला है.

इसी तरह की एक विशेष पद्धति है थर्मल एक्यूप्रेशर थैरेपी.इसे कहते हैं CERAGEM थेरेपी.cera का मतलब होता है गर्मी और gem का मतलब होता है पत्थर.अर्थात खास रत्न द्वारा दी जाने वाली गर्मी द्वारा इलाज.

जिस तरह पेड़ की मजबूती का आधार उसकी जड़ होती है ,भवन की मजबूती का आधार उसकी नींव,गाड़ी का चैसिस ठीक उसी तरह मानव शरीर में रीढ़ की हड्डी आधार होती है. इसी रीढ़ की हड्डी पर हमारा स्नायुतंत्र होता है जिसकी देखभाल से हम शरीर का स्वास्थ्य उत्तम बनाये रख सकते है.सेराजेम थेरेपी में रीढ़ की हड्डी की मशीन द्वारा मसाज की जाती है.यह मशीन स्वचालित होती है जो जहाँ ज्यादा जरुरत है वहां उसी अनुरूप मसाज करती है.मतलब आप आसानी से इस बात को समझ सकते हैं कि यह एक स्मार्ट मशीन है जो रीढ़ को स्कैन कर के खुद ही यह ढूँढ़ निकलती है कि कहाँ पर और किस तरह का पॉइंट्स देना है.

विश्व की सार्वाधिक पुरानी थेरेपियों में से एक CERAGEM थेरेपी में आज कई तरह के सुधार किए गए हैं ताकि इसका इस्तेमाल आसानी से किया जा सके और इससे होने वाले लाभ का दायरा भी बढ़ाया जा सके.
आपको बता दें कि इसके लिए एक मशीन बनाई गई है, जिसका सर्वाधिक विकसित मॉडल है Master V4 मशीन जिसकी सहायता से काम और भी आसान हो जाता है.अब जो व्यक्ति अपनी बीमारी के कारण सेराजेम सेंटर तक आने में असमर्थ है,वह इस मशीन को अपने घर भी ले जा सकते हैं। शहर में बिना दवाई के इस थेरेपी से स्वास्थ्य सुधार होता है इसलिए पूरा विश्व इस पद्धति में विश्वास कर रहा है.आपको यह भी बता दें कि ये सारे सेंटर जहाँ सेराजेम थेरेपी दिया जाता है वह पूरी तरह से निःशुल्क है.

इस थेरेपी के तहत गर्माहट व खास तरह के पत्थर की मदद से रोगों का इलाज किया जाता है.इस तरह गर्माहट देने वाने कीमती पत्थरों से रोगियों का इलाज किया जाता है.इसे सेराटोनिक स्टोन कहते हैं।

साउथ कोरियन कम्पनी की यह थर्मल एक्यूप्रेशर थैरेपी जिसमे जेड स्टोन,रेड क्ले और कुछ खास पत्थर के मिश्रण लगे हुए हैं.थेरेपी में इस्तेमाल होने वाले जेड स्टोन का इसमें सबसे खास महत्व है.जेड स्टोन से एफ.आई.आर रेज (Fore Infra Rays)निकलती है जो शरीर के टॉक्सिन को बाहर निकालने का काम करने के साथ साथ ऑक्सीजन लेवल को संतुलित रखती है.साथ ही नर्व को खोलने का भी काम करती है तथा रक्त संचरण को अच्छा रखती है.ये थैरेपी स्पाइनल कॉड(रीड की हडडी)पर दी जाती है जहां मानव के अंगों के एक्युप्रेशर पॉइंट होते हैं.जिससे अंगों को ऊर्जा मिलती है और वह सुचारू रूप से अपना काम करने लगते हैं

CERAGEM थर्मल एक्युप्रेशर थैरेपी का समय 40 मिनटों का होता है.थैरेपी शारीरिक फैक्शन को अच्छा करती है.इस थैरेपी को खाली पेट लिया जाए तो बेहतर व शीघ्र फायदा होता है.इसी तरह अगर भोजन के बाद थैरेपी का इस्तेमाल करना हो तो कम से कम दो घण्टे का अन्तराल रखें.5 वर्ष से लेकर 80 वर्ष तक उम्र के व्यक्ति इसका फायदा उठा सकते हैं.

CERAGEM थेरेपी 5 सिद्धांतों पर काम करती है.इसके लिए पांच तरीकों को इस्तेमाल कर रोगियों को रोग मुक्त किया जाता है.मसाज,एक्युप्रेशर,हीट कायरोपेटरिक, एफ.आई.आर किरणों की मदद से यह थैरेपी काम करती है
Massage मसाज ,Acupressure Chairopractise , Moxibution और FIR.
सबसे बड़ी बात कि CERAGEM थेरेपी का कोई साइड इफैक्ट नही है.कम्पनी व थेरेपी को अमरीका से एफ.डी.आई सर्टिफिकेट प्राप्त है.इसके उपयोग से ब्लड प्रेशर,शुगर,ह्रदय समस्या, सरवाइकल, स्लिप डिस्क, साईटिका, जॉइन्ट पेन, अर्थरॉइडिस, मोटापा, कब्ज, थॉइराइड, पाइल्स, पीरीयडस की बिमारियों से निजात पाने में मदद मिलती है.

एक और विशेष बात बताना चाहूँगा कि वर्षों से शरीर रक्तवात(रुमाटेड ऑर्थराइटिस)से पीड़ित व्यक्ति को हालाँकि आयुर्वेदिक व तिब्बती दवाओं से इस रक्तवात पर काबू था लेकिन फिर भी इसके कई दुष्प्रभाव शरीर में नजर आने शुरू हो गए.शरीर में नजर आने वाले इन दुष्प्रभावों में से एक है कमर की जकड़न.लेकिन यदि आप इसका उपचार (CERAGEM Therapy) से करवाएं तो आपको बेहतर परिणाम मिलते हैं.इस थेरेपी से रक्तवात के साथ शरीर के अन्य दोष भी ठीक हो जायेंगे.

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