आज से यानि मंगलवार से सतर्कता जागरूकता सप्ताह का आगाज हो रहा है। इस मौके पर राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद ने सतर्कता जागरूकता सप्ताह के अवसर पर राष्ट्र को संदेश दिया। उन्होंने कहा, एक राष्ट्र के तौर पर हमने ईमानदारी और नैतिकता की परम्परा को स्थापित किया है। राष्ट्र के विकास और आत्मनिर्भरता की और कदम बढ़ाते हुए एक नागरिक के तौर पर कदम बढ़ाते हुए एक नागरिक के तौर पर हमारा कर्तव्य है कि हम इन आदर्शों के लिए अपनी प्रतिबद्धता दोहराएं।
आगे जोड़ते हुए उन्होंने कहा, ये सभी नागरिकों की जिम्मेदारी है कि वो जीवन के हर क्षेत्र में भ्रष्टाचार का मुकाबला करने के लिए सतर्क रहें। राष्ट्रपति ने इस बात पर खुशी जाहिर की केंद्रीय सतर्कता आयोग नागरिकों के विकास आत्मनिर्भरता के लिए प्रतिबद्ध करने हेतु साथ लाते हुए हमारे आदर्शों से जोड़े रखने के लिए जरूरी कदम उठा रहा है। केंद्रीय सतर्कता आयोग में सतर्कता जागरूकता सप्ताह के आयोजन से जुड़े लोगों को शुभकामनाएं।
पीएम मोदी ने दिया अहम संदेश
वहीं पीएम मोदी ने अपने संदेश में कहा कि केंद्रीय सतर्कता आयोग के द्वारा 26 अक्टूबर से 01 नवंबर तक सतर्कता जागरूकता सप्ताह के आयोजन के बारे में जानकर प्रसन्नता हुई। भारत की विकास यात्रा में देश के नागरिकों की मेहनत, सजगता और समाज व राष्ट्र के प्रति जिम्मेदारी के भाव की भूमिका अहम है। जन-भागीदारी और सामूहिकता की शक्ति से उर्जित देश आज बड़े संकल्प लेता है और उन्हें हासिल करता है।
भारत का जन सामर्थ्य पूरी दुनिया में भर रहा एक नया विश्वास
भारत का जन सामर्थ्य पूरी दुनिया में एक नया विश्वास भर रहा है। इस संदर्भ में आयोग द्वारा सतर्कता जागरूकता सप्ताह के विषय के रूप में ‘स्वतंत्र भारत @75: सत्यनिष्ठा से आत्मनिर्भरता’ का चयन प्रशंसनीय है। सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास, सबका प्रयास के मंत्र के साथ देश गत 7 साल से भ्रष्टाचार के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति के साथ तेजी से आगे बढ़ रहा है। समग्र और निरंतर प्रयासों से देश में एक विश्वास कायम हुआ है कि भ्रष्टाचार को रोकना संभव है।
समयानुकूल और शुचितापूर्ण व्यवस्थाएं लोगों की जिंदगी को बना रही आसान
आज समयानुकूल और शुचितापूर्ण व्यवस्थाएं लोगों की जिंदगी को आसान बना रही है। देश के नागरिकों को सशक्त करने के लिए जिस तरह तकनीक और नागरिकों की सत्यनिष्ठा को ताकत बनाया गया है, उसने सामान्य जन का आत्मविश्वास और आत्मसम्मान बढ़ाया है। आज देश में जो सरकार है, वह देश के नागरिकों पर भरोसा करती है। पारदर्शी और सहज व्यवस्थाओं के कारण देश के जन-जन में यह भरोसा भी कायम हुआ है कि अब भ्रष्टाचारी बच नहीं सकता।
आत्मनिर्भर भारत के विराट संकल्पों की सिद्धि की तरफ बढ़ रहा देश
आजादी के अमृत काल में आत्मनिर्भर भारत के विराट संकल्पों की सिद्धि की तरफ देश बढ़ रहा है। अमृत काल में हम सभी को एक बात हमेशा याद रखनी है-राष्ट्र प्रथम। मुझे विश्वास है कि केंद्रीय सतर्कता आयोग का यह आयोजन, एक बेहतर भविष्य के लिए जीवन में विशेषकर सार्वजनिक जीवन में सत्यनिष्ठा, पारदर्शिता और जवाबदेही को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण सिद्ध होगा। केंद्रीय सतर्कता आयोग को इस पहल और भविष्य के प्रयासों के लिए बहुत-बहुत शुभकामनाएं।
वहीं इस मौके पर अपना संदेश जारी करते हुए केंद्रीय सतर्कता आयुक्त सुरेश एम. पाटिल ने कहा कि इस बार आयोग द्वारा सतर्कता जागरूकता सप्ताह के लिए ”स्वतंत्र भारत @75: सत्यनिष्ठा से आत्मनिर्भरता” की थीम निर्धारित किया जाना हर्ष का विषय है। उन्होंने कहा कि देश के विकास और प्रगति के लिए आत्मनिर्भरता और ईमानदारी के आदर्शों पर ध्यान दिया जाना जरूरी है। केंद्रीय सतर्कता आयुक्त ने कहा कि व्यवस्था और प्रक्रियाओं में पारदर्शिता और ईमानदारी सुनिश्चित करने के लिए अपने सामूहिक कर्तव्य और जिम्मेदारी को दोहराने के लिए सतर्कता जागरूकता सप्ताह एक मौका है। उन्होंने कहा कि इस साल अभी संस्थाओं से आंतरिक प्रक्रियाओं को बेहतर बनाने पर ध्यान देने का अनुरोध किया गया है। उन्होंने सभी नागरिकों से अपील की कि वो आजादी के 75वें साल में ईमानदारी के साथ आत्मनिर्भरता के लक्ष्य को हासिल करने के लिए आगे आएं।