बिहार पत्रिका /पारस नाथ पटना फ़ुर्सत के पल में ✍🏻 मानव जीवन एक यात्रा जीवन को समझना काफ़ी क ठिन और असम्भव जैसा प्रश्न है । इंसान का माता के गर्भ से बाहर आने से शुरू हुआ सफ़र जो मौत के बाद शमशान में जाकर ख़त्म होता है, ये है जीवन यात्रा के सफ़र का सारांश ।जिंदगी क्या है कुछ वक्त का एक कारवां है, जो चल पड़ता है किसी अनजान , कठिन मंजिल को पाने के लिए । इंसान फिर वक़्त के साथ – साथ मंजिलें भी बदलता रहता…
Read MoreCategory: इंटरव्यू / व्यक्ति विशेष
बेटी भी नाम रौशन कर सकती हैं और बेटियां कभी बोझ नहीं होती~अभिनेत्री शशिता राय
भोजपुरी फिल्म जगत में नाम कमाने वाली और अपनी एक्टिंग से दर्शकों पर छाप छोड़ने वाली शशिता राय ने अपनी कई फिल्मों के बारे में जिक्र किया साथ ही उन्होंने बताया कि वह थिएटर से भी जुड़ी हुई है। मगही भाषा में “दरोगा भाभी” सीरियल की शूटिंग पूरी कर लौटी ,शशिता राय का कहना है कि यह सीरियल दर्शकों को काफी पसंद आएगा। शशिता गायकी के क्षेत्र में भी काफी शोहरत हासिल कर चुकी है इनके गाए भजन लोगों में काफी पसंद किये जाते हैं । इनकी इच्छा है कि…
Read Moreबहुमुखी प्रतिभा की धनी है शशीता राय
आकर्षक नैन नक्श के साथ ही इनकी छवि सामने वाले को मोहित कर लेती है जितनी खूबसूरत नजर आती है उतनी ही मधुर आवाज है इनकी यह हैं गायिका व अभिनेत्री शशिता राय भोजपुरी फिल्म जगत में नाम कमाने वाली और अपनी एक्टिंग से दर्शकों पर छाप छोड़ने वाली शशिता राय ने अपनी कई फिल्मों के बारे में जिक्र किया साथ ही उन्होंने बताया कि वह थिएटर से भी जुड़ी हुई है। मगही भाषा में “दरोगा भाभी” सीरियल की शूटिंग पूरी कर लौटी ,शशिता राय का कहना है कि यह…
Read Moreशत्रुघ्न सिन्हा एक प्रसिद्ध फ़िल्म अभिनेता और राजनीतिज्ञ हैं। हिंदी फ़िल्मों के जाने माने अभिनेता शत्रुघ्न सिन्हा को लोग ‘बिहारी बाबू’ के नाम से जानते हैं।
बिहार पत्रिका/पारस नाथ पटना शत्रुघ्न सिन्हा का जन्म बिहार की राजधानी पटना में 9 दिसम्बर, 1945 में हुआ था। पिता भुवनेश्वरी प्रसाद सिन्हा तथा माता श्यामा देवी थीं। शत्रु के पिता पेशे से चिकित्सक थे, इस वजह से उनकी इच्छा थी कि बेटा शत्रु भी डॉक्टर बने। लेकिन शॉटगन को ये मंजूर नहीं था। अपने चार भाईयों में सबसे छोटे शत्रुघ्न सिन्हा को घर में सभी लोग छोटका बबुआ कहा करते थे। शत्रुघ्न भारतीय फ़िल्म एवं टेलीविजन संस्थान, पुणे से स्नातक हैं। शत्रुघ्न सिन्हा की इच्छा बचपन से ही फ़िल्मों…
Read Moreजन्मदिवस पर विशेष और जब पटना की गलियों में आइसक्रीम व पावरोटी बेचा महान क्रांतिकारी बटुकेश्वर दत्त ने।
बिहार पत्रिका पारस नाथ अगर आप देश भक्त हैं तो इस कहानी को जरूर पढ़ें वर्ष 1999 में पत्रकारिता जीवन की शुरुआत करने के साथ पहली खास खबर की तलाश में पटना के जक्कनपुर मुहल्ले में काफी जद्दोजहद के बाद मुझे वीर बटुकेश्वर दत्त की पत्नी और बिहार माता के गौरव से नवाजी गई अंजलि दत्त से मिलने का मौका मिला देश के लिए फांसी पर चढ़ जाने वाले क्रांतिकारियों की लम्बी-सी लिस्ट भले ही आपको इतिहास में मिल जाये। पर ऐसे स्वतंत्रता सेनानी जो मरे तो नहीं लेकिन जिन्होंने…
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