कानून व्यवस्था पर भाजपा को बोलने का हक नहीं-राजद

पटना। राजद के प्रदेश प्रवक्ता चित्तरंजन गगन ने भाजपा नेताओं द्वारा दिये जा रहे बयान को उनके चारित्रिक पतन का निशानी करार दिया है। भाजपा नेताओं द्वारा जिस प्रकार मुख्यमंत्री जी को टारगेट कर अमर्यादित शब्दों का प्रयोग किया जा रहा है वह संवैधानिक और लोकतांत्रिक मर्यादाओं के खिलाफ है।

राजनीति में विरोध का भी एक मर्यादा होता है। जो भाजपा दो नेताओं का आदेशपाल बना हुआ है उस भाजपा के नेताओं को आदेशपाल शब्द से लगाव होना स्वाभाविक है। मंत्रियों के बीच विभाग का आवंटन मुख्यमंत्री का विशेषाधिकार है। यदि इसकी जानकारी भी लम्बे समय तक संसदीय राजनीति से जुड़े भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल जी को नहीं है तो यह भाजपा जैसे पार्टी के लिए दुर्भाग्य की बात है। राजद प्रवक्ता ने कहा कि विधि व्यवस्था पर भाजपा नेताओं को बोलने का कोई अधिकार नहीं है।

एनसीआरबी के अनुसार बिहार में अपराधिक घटनाएं राष्ट्रीय औसत से काफ ी कम है। आपराधिक घटनाओं में राष्ट्रीय औसत जहां 268 है वहीं बिहार में आपराधिक घटनाओं का औसत 150 है। बिहार के कानून व्यवस्था पर सवाल उठाने वाले भाजपा नेताओं को एनसीआरबी का रिपोर्ट देखकर हीं बिहार के बारे में प्रतिक्रिया देनी चाहिए। एनसीआरबी के अनुसार भाजपा शासित प्रदेश महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश, गुजरात, आसाम, हरियाणा और मध्य प्रदेश में अपराधिक घटनाओं का अनुपात बिहार की तुलना में बहुत हीं ज्यादा है।

बिहार में भी एनडीए सरकार की तुलना में आज बिहार के महागठबंधन सरकार में अपराधिक घटनाओं में काफ ी कमी आई है। राजद प्रवक्ता ने कहा कि भाजपा नेता सुशील मोदी की नजरों में नीतीश कुमार जी पीएम पद के लिए कभी नरेन्द्र मोदी जी से बेहतर उम्मीदवार हुआ करते थे पर आज भाजपा नेतृत्व का कृपा पाने के लिए अपने विचार को बदल दिए हैं।

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