बिहार में फिजियोथेरेपी को इंटरप्रेंयूर्शिप के तौर पर शुरू करने की आवश्यकता : राज्यपाल

पटना : विश्व फिजियोथेरेपी दिवस के समापन समारोह का आयोजन रविवार को दारोगा राय पथ स्थित गुरुनानक भवन में किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि बिहार के राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर व विशिष्ट अतिथि बिहार स्वास्थ्य विज्ञान विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. एस एन सिन्हा, डॉ. नरेंद्र कुमार सिन्हा ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर की।

कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए महामहिम राज्यपाल राजेंद्र आर्लेकर ने सभी फिजियोथेरेपिस्ट को विश्व फिजियोथेरेपी दिवस की शुभकामनाएं दी और उनके आत्मविश्वास को बढ़ाया। कार्यक्रम में उन्होंने फिजियोथेरेपी से अपने सफल ईलाज का अनुभव भी साझा किया। उन्होंने बिहार में फिजियोथेरेपी को एंटरप्रेंयूर्शिप के तौर पर शुरू करने की सलाह दी। साथ ही उन्होंने कहा कि बिहार में फिजियोथेरेपी की मास्टर और पीएचडी की पढ़ाई सरकारी कॉलेज में शुरू हो इस विषय पर मैं  बात करूँगा।

उन्होंने फिजियोथेरेपिस्ट से कहा कि आपको लोगों को यह विश्वास दिलाना होगा की फिजियोथेरेपिस्ट के पास जाने से उन्हें आराम मिलेगा तभी लोग आपके पास आएंगे और अपना उपचार सही से करवा पाएंगे। राज्य में अधिक से अधिक फिजियोथेरेपिस्ट सेंटर खोलने की आवश्यकता है। वहीं अपने संबोधन में बिहार स्वास्थ्य विज्ञान विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. एस एन सिन्हा ने फिजिओथेरेपी प्रोफेशन के आधुनिकीकरण और अपने विश्वविद्यालय में शामिल करने की बात की। उन्होंने बताया की इस पद्धति से दर्द से तुरंत राहत होता है। जबकि डॉ. नरेंद्र कुमार सिन्हा ने फिजिओथेरेपी के गुणवत्तापूर्ण शिक्षा की बात की। उन्होंने कहा कि हमने बहुत संघर्ष करके अपने प्रोफेशन को इस मुकाम तक पहुंचाया है। सरकार ने तकनीकी सेवा आयोग से फिजियोथेरेपिस्ट की जो बहाली की है वो सराहनीय कदम है।

साथ ही उन्होंने कार्यक्रम के माध्यम से मुख्यमंत्री के पिछले वादे के अनुसार प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र तक फिजियोथेरेपिस्ट की बहाली करने की मांग की। उन्होंने कहा कि जो नेशनल हेल्थ मिशन के अंतर्गत फिजियोथेरेपिस्ट कार्यरत हैं उनका वेतन सम्मानजनक हो और फिजियोथेरेपिस्ट का वेतनमान 5400 ग्रेड पे किया जाए। कार्यक्रम में अध्यक्षीय भाषण डॉ. अजित कुमार ने दिया जबकि मंच सञ्चालन डॉ. अविनाश कुमार और धन्यवाद ज्ञापन डॉ. मृत्युंजय कुमार ने किया। कार्यक्रम में डॉ. देवव्रत, डॉ. अमन कुमार, डॉ. प्रियरंजन, डॉ. शेखर सुमन, डॉ. विवेक कुमार, डॉ. सुनील कुमार, डॉ. उदय शंकर, डॉ. स्नेहा सुमन, डॉ. अमर कुमार, डॉ. उमेश कुमार, डॉ. मनोज, डॉ. प्रियदर्शी सहित राज्य भर से फिजियोथेरेपिस्ट शामिल हुए।

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