सहायता और प्रोत्साहन के अभाव में बिहार के खिलाड़ियों की प्रतिभाएं दबकर रह जाती है -अखिलेश

सासाराम :- बिहार में प्रतिभावान खिलाड़ियों के लिए विशेष नीति बनाने की जरूरत है! सहायता और प्रोत्साहन के अभाव में बिहार के खिलाड़ियों की प्रतिभाएं दबकर रह जाती है! यह तो बातें सामाजिक संस्था पहल के अध्यक्ष अखिलेश कुमार ने जमुहार स्थित नारायण मेडिकल कॉलेज सभागार में समाजिक संस्था “पहल” द्वारा आयोजित सम्मान समारोह में कही! यह समारोह पैरा एथलेटिक्स स्वर्ण पदक विजेता शेखर चौरसिया के सम्मान में किया गया था।
उन्होंने कहा कि शेखर चौरसिया अब तक राष्ट्रीय स्तर के प्रतियोगिता में 7 स्वर्ण पदक के अलावे करीब दो दर्जन पदक प्राप्त कर शाहाबाद और रोहतास का नाम रोशन किए हैं।

इसके बावजूद ऐसे खिलाड़ियों की उपेक्षा दुखद है। उन्होंने कहा कि वर्ष 2018 में पैसे के अभाव में शेखर प्रतियोगिता में भाग लेने स्पेन नहीं जा सके। सरकार को इस तरह के खिलाड़ियों पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है।

सम्मान समारोह को संबोधित करते हुए गोपाल नारायण सिंह विश्वविद्यालय के कुलपति डॉक्टर एम एल वर्मा ने कहा कि यह रोहतास जिले का सौभाग्य है की जिंदगी और मौत से 4 वर्षों तक बिस्तर पर मुकाबला कर रहे शेखर चौरसिया जब अपने पैर पर पुनः खड़े हुए तो लगन तथा विश्वास के बदौलत राष्ट्रीय स्तर के प्रति स्पर्धाओं में कामयाबी की झड़ी लगा दी।

वही गोपाल नारायण सिंह विश्वविद्यालय के सचिव गोविंद नारायण सिंह ने कहा कि संसाधन की सीमा असीमित नहीं होती है और अपने पराक्रम तथा दृढ़ इच्छाशक्ति के बदौलत उपलब्ध संसाधन में ही कामयाबी हासिल करना सफल जीवन का उद्देश्य होता है। उन्होंने शेखर चौरसिया को आश्वासन दिया कि उसे जब भी जरूरत पड़े उसको मदद के लिए गोपाल नारायण सिंह विश्वविद्यालय हर संभव मदद करने के लिए तैयार हैं।
सम्मान समारोह को सासाराम के प्रखंड प्रमुख राम कुमारी देवी ने भी संबोधित किया और शेखर के उज्वल भविष्य की कामना की।
इस अवसर पर शाहाबाद महोत्सव आयोजन समिति के तरफ से कुलपति डॉ एम एल वर्मा, पहल के अध्यक्ष अखिलेश कुमार तथा गोपाल नारायण सिंह विश्वविद्यालय के सचिव गोविंद नारायण सिंह ने संयुक्त रूप से प्रतीक चिन्ह देकर सम्मानित किया।

वही सबल संस्था की तरफ से अरुनिष पांडे, रोहित कुमार तथा रियांश में शॉल देकर सम्मानित किया। जबकि विद्यार्थी परिषद के नेता मयंक उपाध्याय ने प्रतीक चिन्ह तथा ट्रैक सूट भेंट की। शेखर चौरसिया को भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष प्रमोद सिंह, वीर कुंवर सिंह विश्वविद्यालय इतिहास विभागाध्यक्ष डॉ विजय सिंह, राजद नेता विमल कुमार सिंह, सोन कला केंद्र इसके जीवन प्रकाश, किसान नेता महेंद्र सिंह, विवेक कुमार, रोहतास डिस्ट्रिक्ट के फाउंडर अंकित वर्मा, जद यू के शिकंजय सिंह और शैलेश कुमार, पूर्व नगर पार्षद मनोज पासवान, बंटी सिंह, राहुल कुमार, सहित बड़ी संख्या में लोग उपस्थित थे।
सम्मान समारोह का संचालन अधिवक्ता मनोज कुमार अज्ञानी तथा धन्यवाद ज्ञापन नरायण मेडिकल कॉलेज के जीएम उपेंद्र सिंह ने किया।
विदित हो कि दिनारा प्रखंड के गूनसेज गांव निवासी शेखर चौरसिया का वर्ष 2010 में सड़क दुर्घटना में बुरी तरह जख्मी हो गए थे जो 4 वर्षों तक जिंदगी और मौत से अस्पताल में जुटे रहे लेकिन पैर पर खड़े होने के बाद उन्होंने एथलेटिक्स को अपना लक्ष्य आया तथा चंद वर्षों में पैरा एथलीट की दुनिया में कई ऊंचाइयां प्राप्त की इस अवसर पर शेखर चौरसिया ने का कि आज मुझे बहुत गर्व हो रहा है कि अपनी मातृभूमि पर पहली बार मुझे समारोह आयोजित कर सम्मानित किया जा रहा है देश के कई भागों में सम्मानित होने का मौका मिला है लेकिन अपनी मातृभूमि पर पहली बार सम्मानित होने से मैं अभिभूत हूं।

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