पटना : तीन दिवसीय बिहार पोल्ट्री एंड एक्वा एक्स्पो – 2022 का आयोजन मंगलवार को गाँधी मैदान स्थित ज्ञान भवन में किया गया। उत्तर भारत के इस सबसे बड़े मेले में समस्त बिहार के साथ हीं अन्य राज्यों के पोल्ट्रीे एवं मत्स्य पालन से जुड़े किसान, उत्पादक, उधमी, कंपनियां, सरकारी विभाग, विश्वविद्यालय समेत कई दूसरे राज्यों से आने वाले विशेषज्ञ भी शामिल हुए।
इस तीन दिवसीय मेले का उद्घाटन कार्यक्रम के मुख्य अतिथि बिहार सरकार के कृषि मंत्री सुधाकर सिंह, पशु एवं मत्स्य संसाधन मंत्री मो. अफाक आलम, विशिष्ट अतिथि कृषि विभाग के सचिव डॉ. एन श्रवण, पशु एवं मत्स्य संसाधन विभाग के निदेशक विजय प्रकाश मीणा, हरिओम फीड्स के प्रबंध निदेशक दिलीप कुमार व बिहार पोल्ट्री एंड एक्वा एक्स्पो के आयोजक राकेश कश्यप ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर की। अपने स्वागत भाषण में एक्स्पो के आयोजक राकेश कश्यप ने कहा कि इस निःशुल्क प्रवेश मेले में पोल्ट्रीे एवं मछली उत्पादन के क्षेत्र से जुड़ी देश के 12 से अधिक राज्यों के 56 राष्ट्रीय तथा अंतरराष्ट्रीय कंपनियों ने 97 स्टॉल्स लगाया है।
उन्होंने कहा कि पोल्ट्री के क्षेत्र में जो उपलब्धि हुई है उस उपलब्धि का आंकलन आप इस बात से लगा सकते हैं कि वर्ष 2019 – 2020 के बिहार के आर्थिक सर्वे में सरकार के द्वारा यह माना गया है की बिहार के जीडीपी में पोल्ट्री और अंडा उत्पादन की एक महत्वपूर्ण भूमिका है। राकेश कश्यप ने कहा कि निःसंदेह यह किसानों, उद्यमियों, और व्यापारियों के लिए अभी समस्याओं का दौर है जो जल्द हीं खत्म होगा और हमलोग मिलकर इस इंडस्ट्री को बेहतर स्वरूप दे पाएंगे। मुझे पूरा विश्वास है की जिस तरह सरकार का सहयोग, किसान भाई – बहनों का सहयोग मिल रहा है, यह आयोजन आने वाले दिनों में भारत के मानचित्र में अपना स्थान स्थापित करेगा।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए बिहार सरकार के कृषि मंत्री सुधाकर सिंह ने कहा कि 2700 करोड़ की बड़ी लागत के साथ हमने बिहार की मंडियों का आधुनिकीकरण शुरू कर दिया है। उन सभी मंडियों में हमलोग मछली पालन और ऐसी गतिविधिओं से जुड़े लोगों के लिए अलग से प्लेटफार्म विकसित कर रहे हैं ताकि राज्य के किसान अपने उत्पाद को ठीक से बेच सकें। उन्होंने कृषि व पशु एवं मत्स्य संसाधन विभाग के अधिकारिओं को निर्देश देते हुए कहा कि इस क्षेत्र से जुड़े उधमियों और व्यापारिओं को आप आसानी से कागज उपलब्ध कराएं ताकि वो बिहार में अपना व्यापार बढ़ा सकें। अंत में उन्होंने एक्सपो, किसानों और उद्यमियों को बिहार सरकार की तरफ से हर संभव सहयोग करने की बात कही। वहीं अपने संबोधन में पशु एवं मत्स्य संसाधन मंत्री मो. अफाक आलम ने कहा कि इस तीन दिवसीय एक्सपो के माध्यम से बिहार के लोग जागरूक होंगे और उन्हें बहुत कुछ सीखने का मौका मिलेगा। इस एक्सपो में बहुत से चीजें ऐसी है जो बिहार में पहली बार देखने को मिली है।
उन्होंने बताया कि बिहार में पशुपालकों के लिए अब राज्य सरकार द्वारा नई पॉलिसी बनाई है जिसके तहत अंडा और मुर्गा पालन में सरकार किसानों को अनुदान के रूप में राशि देने जा रही है। बिहार कृषि प्रधान राज्य है और सरकार किसानों को हर संभव मदद देने का काम कर रही है। आने वाले समय में नई तकनीक से कैसे किसान लैस हो इस पर हम सभी विशेष रूप से ध्यान दे रहे हैं। कार्यक्रम में किसानों को पोल्ट्री व्यवसाय को विकसित करने और उनकी आर्थिक उन्नति को लेकर विशेष रूप से चर्चा की गई। इस तीन दिवसीय मेले के दूसरे दिन दो तकनीकी सत्रों में पोल्ट्री के कुल सात विषयों पर सेमिनार का आयोजन किया जायेगा, जिसमें संबंधित विषय पर देश भर से आए विशेषज्ञ किसानों व उद्यमियों के साथ चर्चा – परिचर्चा करेंगे। तीसरे व अंतिम दिन मत्स्य पालन विषय पर चर्चा आयोजित की जाएगी जिसके बाद समापन समारोह होगा।