नीतीश कुमार की नवगठित सरकार में नए शिक्षा मंत्री मेवालाल चौधरी ने गुरुवार सुबह भारी हंगामे के बीच शिक्षा विभाग का पदभार संभाला था। बिहार के शिक्षा मंत्री मेवालाल चौधरी ने इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने गुरुवार को ही पद संभाला था। करीब ढाई घंटे बाद उन्होंने इस्तीफा दे दिया।
नीतीश कुमार के कैबिनेट गठन के बाद से लगातार सुर्खियां बटोर रहे मेवालाल चौधरी ने शिक्षा मंत्री के पद से इस्तीफा दे दिया है। महागठबंधन की ओर की जा रही फजीहत को देखते हुए उन्होंने यह फैसला लिया है। आपको बता दें कि बुधवार शाम को मेवालाल ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मुलाकात की थी। उसके बाद से कयास लगाए जा रहे थे कि वे इस्तीफा दे सकते हैं।
जनता दल-यूनाइटेड नेता मेवालाल चौधरी पर कथित रूप से सहायक प्राध्यापकों और वैज्ञानिकों की भर्ती में भ्रष्टाचार का आरोप है। 2010 में जब वे बिहार एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी के कुलपति थे, तब उन पर भर्ती घोटाले का आरोप लगा था। इसके चलते उन्हें अपनी कुर्सी तक गंवानी पड़ी थी। हालांकि, आज ही पदभार ग्रहण करते हुए उन्होंने कहा था कि उन पर कोई चार्जशीट नहीं है और जिन लोगों ने उन्हें बदनाम करने की साजिश रची है, उन्हें 50 करोड़ रुपए की मानहानि का नोटिस भेजेंगे।
कहा जाता है कि पटना हाईकोर्ट के पूर्व जज एसएमएम आलम की जांच कमेटी के सामने मेवालाल ने कबूल किया था कि उन्होंने नियुक्तियों में पक्षपात किया है और उन्होंने उम्मीदवारों के लिए रिमार्क्स, वायवा और एग्रीगेट कॉलम खुद भरा था। यह घोटाला तब सामने आया था, जब नेट में फेल हो चुके 30 से ज्यादा उम्मीदवारों का चयन किया गया था।