बिहार सामाजिक अंकेक्षण का दावा, उर्वरकों की किल्लत और कालाबाजारी से बिहार के किसान परेशान 

पटना। बिहार सामाजिक अंकेक्षण द्वारा स्थानीय पटना युवा आवास में बिहार में उर्वरकों की किल्लत और कालाबाजारी को लेकर एक प्रेस वार्ता किया गया। इस प्रेस वार्ता को बिहार के पूर्व डीजीपी अभ्यानंद, बिहार सामाजिक अंकेक्षण के संजीव श्रीवास्तव, किसान दीपक कुमार, विकास दीपक, मनीष पांडेय व राजेश मांझी ने संबोधित किया। प्रेस वार्ता कर दावा किया गया कि बिहार के किसानों को उर्वरक खरीदने के लिए अधिकतम कीमत से अधिक मूल्य चुकाने पर मजबूर होना पड़ रहा है। यूरिया का 45 किलोग्राम के बाग के लिए अधिकतम कीमत 266.50 है…

Read More

जेडीयू के राष्ट्रीय प्रवक्ता एवं ग्लोबल कायस्थ कॉन्फ्रेंस के ग्लोबल अध्यक्ष राजीव रंजन प्रसाद का किया गया भव्य अभिनंदन

पटना, 15 सितम्बर 2024 ग्लोबल कायस्थ कॉन्फ्रेंस के द्वारा जदयू के राष्ट्रीय प्रवक्ता एवं ग्लोबल कायस्थ कॉन्फ्रेंस के ग्लोबल अध्यक्ष राजीव रंजन प्रसाद का भव्य स्वागत एवं अभिनन्दन कदमकुआं के कामधेनु होटल में किया गयाI सर्वप्रथम भगवान् श्री चित्रगुप्त जी को माल्यार्पण एवं उनकी वंदना से कार्यक्रम की शुरुआत की गयीI आगत अतिथियों का स्वागत एवं सम्मान कार्यक्रम संयोजक ग्लोबल कायस्थ कॉन्फ्रेंस के प्रदेश संगठन मंत्री बलिराम श्रीवास्तव ने किया। समारोह की अध्यक्षता जीकेसी के ग्लोबल उपाध्यक्ष एवं बिहार प्रदेश अध्यक्ष दीपक कुमार अभिषेक, मंच सञ्चालन अजय अम्बष्ठ एवं धन्यवाद…

Read More

हिन्दी दिवस के अवसर पर प्रभु तारा स्कूल में कवि- सम्मेलन का आयोजन

पटना,हिन्दी दिवस के अवसर पर प्रभु तारा स्कूल , सकरी गली,में एक कवि- सम्मेलन का आयोजन किया गया जिसमें कार्यक्रम के अध्यक्ष कमल नयन श्रीवास्तव सहित कई वक्ताओं ने हिन्दी को राष्ट्र भाषा बनाने की मांग की । इस कवि सम्मेलन में वरिष्ठ कवियों के अलावा बच्चों ने भी बढ़-चढ़ कर हिस्सा लिया । जय प्रकाश विश्वविद्यालय से आये ग़ज़लकार अविनाश भारती के “कहीं जो मुक़द्दर का मारा मिला है, लगा कोई हमको, हमारा मिला है।” ” अपने ज़ख्मों पे मरहम लगाया करो, गाँव अपने कभी आया-जाया करो.” आदि शेरों…

Read More

गुज़रा हुआ ज़माना, “रविवारीय” में आज फिर से याद करने की कोशिश

गुज़रा हुआ ज़माना! आता नहीं दोबारा!! हाफ़िज़ ख़ुदा तुम्हारा!!! पचास के दशक में आई मधुबाला और प्रदीप कुमार अभिनीत फ़िल्म ” शीरी फरहाद ” का यह चर्चित गीत आज़ फिर से प्रासंगिक हो चला है। गीतकार ने यहां पर यह बात कहकर कि गुज़रा हुआ ज़माना दोबारा नहीं आता है शायद अपने मुताबिक सही ही कहा था। कहां कुछ लौट कर आता है भला। ” जो गुज़र गया, उसे भूल जा ” घड़ी की सूई को कहां हम पीछे कर सकते हैं, पर नहीं । मनु कहिन के इस सफ़र…

Read More

समझौता हमेशा सुखदायी है, ईसमें सामाजिक विकास और शांति का मर्म निहित है – न्यायमूर्ति श्री शरण

दरभंगा 14 सितंबर (वार्ता) पटना उच्च न्यायालय के न्यायमूर्ति सह दरभंगा न्यायमंडल के निरीक्षी न्यायाधीश अंजनी कुमार शरण ने कहा कि समझौता हमेशा सुखदायी है, ईसमें सामाजिक विकास और शांति का मर्म निहित है। जिला विधिक सेवा प्राधिकार के तत्वावधान में दरभंगा व्यवहार न्यायालय प्रांगण में रिमझिम फूहारों के बीच जिला एवं सत्र न्यायाधीश सह प्राधिकार के अध्यक्ष विनोद कुमार तिवारी की अध्यक्षता में आयोजित तृतीय राष्ट्रीय लोक अदालत का उदघाटन करते हुए न्यायमूर्ति अंजनी कुमार शरण ने कहा कि लोक अदालतें विशेष न्यायालय हैं जो भारत में वैकल्पिक विवाद…

Read More