इंटरनेट डेस्क: साल 2024 तक अमेरिकी टेक्नोलॉजी दिग्गज ऐपल कारों का उत्पादन शुरू कर सकती है. यह पैसेंजर कार उसकी अपनी एडवांस बैटरी टेक्नोलॉजी पर आधारित होगी. न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के अनुसार कंपनी प्रोजेक्ट टाइटन के नाम से साल 2014 से ही ऑटो सेक्टर में कदम रखने के लिए काम कर रही है, जब कंपनी ने अपने वाहन का एक डिजाइन तैयार किया था. लेकिन बाद में कंपनी ने कदम कुछ पीछे खींचे थे और अपना ध्यान सॉफ्टवेयर पर केंद्रित किया था.
190 लोगों की टीम-
रॉयटर्स ने सूत्रों के हवाले से यह खबर दी है और अभी ऐपल ने खुद इस प्रोजेक्ट की जानकारी सार्वजनिक नहीं की है. साल 2018 में ऐपल के पूर्व वरिष्ठ कर्मचारी डोग फील्ड कंपनी में लौट आए इस ऑटो प्रोजेक्ट को ही देखने के लिए. तब वह टेस्ला इंक में काम कर रहे थे. उन्होंने 190 लोगों की एक टीम तैयार की.
गूगल से होगा मुकाबला-
ऐपल को आम जनता के लिए उपयोगी वाहन बनाने में कई अन्य दिग्गजों से मुकाबला करना पड़ सकता है. गूगल की मूल कंपनी अल्फाबेट इंक भी Waymo के नाम से रोबो टैक्सी तैयार कर चुकी है जो कि एक ड्राइवरलेस कार है. ऐपल की रणनीति मूल रूप से एक ऐसी नई बैटरी डिजाइन करने की है जो बैटरियों की लागत काफी कम कर दे और वाहन के चलने के घंटे यानी रेंज में काफी बढ़त कर दे. कंपनी ने इस खबर पर अभी किसी तरह की टिप्पणी करने से इंकार किया है.