बिहार विधानसभा चुनाव का बिगुल बज चुका है। सभी प्रतियासी अपने अपने तरीके से अब जनता को लुभाने में लग गए हैं। इसी बीच खजौली विधानसभा से भाजपा के विधायक अरुण शंकर प्रसाद और राजद विधायक सिताराम यादव सिर्फ चुनाव के ही वक्त दिखाई देते हैं। लेकिन इस बार खजौली विधानसभा के जनता सीताराम यादव और अरुण शंकर प्रसाद से ऊब गई है। लोगो का कहना है कि इस बार विधायक बदल देना है, खजौली विधानसभा क्षेत्र के लोग काफी परेशानियों से जूझ रहे हैं। ना तो वक्त पर बिजली मिलती है, ना ही पानी और सड़कों की स्थिति बद से बदतर है।
वही जब हमने खजौली विधान सभा क्षेत्र से निर्दलीय उम्मीदवार डॉ अंबिका प्रसाद सिंह उर्फ ए पी सिंह से बातचीत की तो डॉक्टर ए पी सिंह का कहना था, कि सीताराम यादव जो विधायक है उसको चुनौती दे रहे हैं। इस बार जनता उनको कुर्सी से हटा कर रहेगी और अंबिका प्रसाद को मौका देगी ,उनका कहना था यह लड़ाई 3 साल की है और अगर 3 साल में उन्होंने कहा कि विधानसभा क्षेत्र की दशा और दिशा नहीं बदली तो हम खजौली विधान सभा में अपना चेहरा नहीं दिखाएंगे।
संतोष कुमार / मधुबनी