( अनुभव की बात, अनुभव के साथ )
एक बार फिर पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव का परिवार सुर्खियों में है। हर जुबान पर इस परिवार की चर्चा हो रही है। लेकिन यह चर्चा और यह सुर्खियां काफी दुखद हैं।अपने वृंदावन प्रवास से लौटते ही पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव एवं राबड़ी देवी के बड़े पुत्र एवं प्रदेश के पूर्व स्वास्थ्य मंत्री तेज प्रताप यादव ने शुक्रवार को पटना के फैमिली कोर्ट में अपनी पत्नी ऐश्वर्या से तलाक की अर्जी दाखिल कर दी।इस खबर के मीडिया में आते ही खबर आग की तरफ फैल गई। अपनी तलाक की अर्जी में तेज प्रताप ने पत्नी ऐश्वर्या पर क्रूरता का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा है कि पत्नी ऐश्वर्या उन्हें प्रताड़ित करती हैं, पत्नी ऐश्वर्या के व्यवहार से वह काफी दुखी हैं। तेज प्रताप ने कहा कि वो घुट- घुट कर जिंदगी नहीं जीना चाहते और इस बंधन से मुक्त होना चाहते हैं। वह अपने इस फैसले पर अडिग हैं।
बताते चलें कि दोनों की शादी के अभी छह माह भी नहीं हुए हैं। इसी वर्ष 12 मई को शाही अंदाज में दोनों की शादी हुई थी।
ऐश्वर्या प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दरोगा राय की पोती एवं प्रदेश के पूर्व मंत्री एवं वर्तमान में राजद विधायक चंद्रिका राय की पुत्री हैं। ऐश्वर्या ने जहां दिल्ली के मिरांडा हाउस से ग्रेजुएशन किया और एमिटी विश्वविद्यालय से एमबीए की पढ़ाई की, वहीं तेज प्रताप बारहवीं पास हैं। यह भी ताज्जुब की बात ही है कि 15 वर्षों तक प्रदेश पर राज करने वाले लालू प्रसाद यादव एवं रावड़ी देवी ने जहां अपनी बेटियों को अच्छी शिक्षा दी,वहीं बेटों की पढ़ाई पर बिल्कुल भी ध्यान नहीं दिया। जीवन में शैक्षणिक योग्यताओं का काफी महत्व होता है। तेज प्रताप ने एक टीवी चैनल के पत्रकार से बातचीत में काफी सम्मान के साथ कहा कि ऐश्वर्या काफी मॉडर्न हैं और वह उनके साथ एडजस्ट नहीं कर पा रहे हैं। यही वजह रही है कि शादी के कुछ दिनों बाद से ही दोनों में मनमुटाव चल रहा है। कभी-कभी नोकझोंक इतनी बढ़ जाती है कि मां-बाप और परिवार के अन्य सदस्यों के सामने भी नोकझोंक होने लगती है। पिछले कुछ महीनों से ऐश्वर्या, तेज प्रताप से अलग अपने मायके में हैं और करीब डेढ़ माह से पति-पत्नी में किसी प्रकार की कोई बातचीत भी नहीं हुई है।
आम लोगों में तेज प्रताप की छवि काफी अच्छी नहीं रही है। तेज प्रताप के बारे में लोग मुँहफट, सनकी और भी कई प्रकार की बात बोलते हैं। परंतु यदि तेज प्रताप की जीवनशैली पर गौर किया जाए तो उसे देखकर आसानी से समझा जा सकता है कि तेज प्रताप को भक्ति से काफी लगाव रहा है,वह राधा-कृष्ण के भक्त हैं और वह दिल के बिल्कुल साफ हैं।उनके मन में छल प्रपंच जैसी कोई बात नजर नहीं आती। बिल्कुल बेबाक बात करने वाले तेज किसी से भी कुछ बोल देते हैं।मन में कुछ नहीं रखते। वह काफी भावुक इंसान हैं और यही वजह रही है कि वह अपने परिवार को काफी महत्व देते हैं। तेजप्रताप मां बाप के आज्ञाकारी पुत्र रहे हैं, तो तेजस्वी के लिए बड़े भाई की भूमिका में हमेशा खड़े रहे हैं।तेजप्रताप ने इस तरह कोर्ट में तलाक की अर्जी दाखिल की है तो निश्चित रूप से मैं यह कह सकता हूं कि वह इस संबंध से मानसिक रूप से काफी परेशान हैं। संबंध यदि बंधन बन जाए तो यह उचित नहीं है, संबंध में यदि उपेक्षा होने लगे तो कदापि उचित नहीं है, संबंध में यदि निष्ठा ना रहे तो ये सही नहीं है। निष्ठा,प्रेम और सम्मान दिल की उपज होती है।जबरन इसे पैदा नहीं किया जा सकता। मैं यह नहीं कहता कि ऐश्वर्या गलत हैं। तेजप्रताप ने भी सम्मान के साथ कहा है कि दोनों की जोड़ी बेमेल है।
ऐसे संबंध को जबरन थोपकर लंबे समय तक जीवन नहीं जी जा सकती है। बेहतर है कि तनावपूर्ण संबंध, वैसा संबंध जो बोझ लगे उससे अलग ही हो जाया जाए।घुट-घुट कर परंपराओं का निर्वाह करना मैं कहीं से भी उचित नहीं समझता हूं।तेज प्रताप के हिम्मत कि, उनकी बेबाकी कि, उनकी साफगोई की मैं तारीफ करता हूं।
जीवन का एक-एक पल अनमोल है। हर पल का आनंद लेना ही जीवन है। घुट- घुट कर जीना जीवन नहीं हो सकता।अलग होकर यदि दोनों खुश हैं तो अलग हो जाना ही बेहतर है। ऐसे परिवार के सदस्य,सम्बन्धी और करीबी मित्र तेज प्रताप को समझाने में लगे हैं।देखना है अंजाम क्या होता है।