पटना:- सावधान हो जाइए. पटना की एयर क्लालिटी दुनिया के सबसे प्रदूषित शहर कानपुर से भी अधिक खराब हो चुकी है. यहां पर पीएम 2.5 की मात्रा खतरनाक स्तर पर पहुंच चुकी है. इस हवा में लंबे समय तक सांस लेने का मतलब अस्थमा सहित अन्य गंभीर बीमारियों को दावत देना है. यह चौंकाने वाला खुलासा दैनिक जागरण आई नेक्स्ट की पड़ताल में हुआ है. सेंट्रल पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड के आंकड़ों के अनुसार पिछले पांच दिनों में पीएम 2.5 का स्तर 291 तक पहुंच गया है जो कानपुर और दिल्ली सहित पूरे देश में सबसे अधिक है. आज डीजे आई नेक्स्ट आपको बताने जा रहा है कि अचानक से पटना की हवा इतनी प्रदूषित कैसे हो गई है.
इस कारण हवा हो गई जहरीली
तीन-चार दिनों से राजस्थान से गंगा के मैदानी इलाकों में धूल भरी हवा चल रही है. इसके कारण पटना में पीएम 10 की मात्रा (बड़े कण) के साथ पीएम 2.5 (छोटे कण) भी बढ़ गया है.
पिछले एक महीने से नगर निगम लापरवाहीपूर्वक नाला उड़ाही का काम पूरे शहर में चला रहा है. नाले से निकले कचरे को सड़क किनारे रख दिया गया है. तपिश से कचरा सूख गया और इसके कारण हल्के होकर हवा में घुल रहे हैं. यह कण पटना की आबोहवा में पीएम 2.5 का स्तर बढ़ गया है.
क्या है पीएम 2.5
पीएम 2.5 बेहद सूक्ष्म कण होते हैं जिसका साइज 2.5 माइक्रोन होता है. ये इतने सूक्ष्म होते हैं कि इन्हें नंगी आंखों से नहीं देखा जा सकता है. यह मनुष्य के बाल से 25 से 100 गुना सूक्ष्म होता है. यह मुख्य रूप से वाहनों, फैक्ट्री या फिर धूल से निकलता है.
तिथि पटना कानपुर दिल्ली
11 जून 223 118 80
12 जून 244 192 135
13 जून 273 60 236
14 जून 303 187 246
15 जून 311 302 156
16 जून 291 234 173
सावधान हो जाइए ! पटना के हवा में ज़हर है !
