पटना। पटना नगर निगम संयुक्त कर्मचारी समन्वय समिति के अध्यक्ष चंद्र प्रकाश सिंह एवं संयोजक मंगल पासवान ने कहा है कि कोरोना संक्रमण को ध्यान में रखते हुए सरकार द्वारा जारी गाइडलाइन के अनुसार केवल सरकारी कर्मियों को ही कार्यालय अथवा कार्यस्थल पर 50 प्रतिशत की उपस्थिति क्यों। यह नगर निकाय अथवा अन्य निजी क्षेत्र के कर्मियों पर लागू क्यों नहीं होगा। क्या कोरोना वायरस का खतरा केवल सरकारी कर्मियों के लिए ही है। श्री सिंह ने मांग किया है कि पटना नगर निगम के कर्मियों की भी उपस्थिति 50 प्रतिशत तय की जाए। साथ ही मास्क, सैनिटाइजर एवं सोशल डिस्टेंसिंग की व्यवस्था को दुरुस्त किया जाए। निगम कर्मियों की उपस्थिति इस दौरान बायोमेट्रिक मशीन पर बनाना खतरनाक है। एक ही मशीन पर दर्जनों कर्मियों द्वारा अंगूठा लगाया जा रहा है। ऐसी स्थिति में यदि एक व्यक्ति संक्रमित हुआ तो स्थिति भयावह हो सकती है। जब तक कोरोना संक्रमण काल चल रहा है तब तक उपस्थिति किसी पंजी पर ही दर्ज करने की व्यवस्था होनी चाहिए। बैठक में समन्वय समिति के प्रवक्ता जितेंद्र कुमार एवं सचिव नीरज कुमार वर्मा ने भी निगम कर्मियों के साथ हो रहे भेदभाव पर गहरी चिंता प्रकट की है।
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