पीएम मोदी ने गुरुवार सुबह वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) नई दिल्ली के झज्जर कैंपस में नेशनल कैंसर इंस्टीट्यूट (एनसीआई) में इंफोसिस फाउंडेशन विश्राम सदन का उद्घाटन किया। इस मौके पर पीएम मोदी ने 100 करोड़ टीकाकरण का जिक्र करते हुए कहा कि आज का दिन इतिहास में दर्ज हो गया है।
भारत ने 100 करोड़ वैक्सीन डोज का आंकड़ा किया पार
पीएम मोदी ने अपने संबोधन की शुरुआत करते हुए कहा कि “आज 21 अक्टूबर, 2021 का ये दिन, इतिहास में दर्ज हो गया है। भारत ने अब से कुछ देर पहले 100 करोड़ वैक्सीन डोज का आंकड़ा पार कर लिया है। 100 साल में आई सबसे बड़ी महामारी का मुकाबला करने के लिए, देश के पास अब 100 करोड़ वैक्सीन डोज का मजबूत सुरक्षा कवच है।”
यह उपलब्धि भारत की
आगे जोड़ते हुए उन्होंने कहा कि ये उपलब्धि भारत की है, भारत के प्रत्येक नागरिक की है। मैं देश की वैक्सीन मैन्युफैक्चरिंग कंपनियों, वैक्सीन ट्रांसपोर्टेशन में जुटे कर्मयोगियों, वैक्सीन लगाने में जुटे हेल्थ सेक्टर के प्रोफेशनल्स, सभी का आभार व्यक्त करता हूं। पीएम मोदी ने कहा, मैं राम मनोहर लोहिया अस्पताल में एक वैक्सीन सेंटर होकर आया। वहां एक उत्साह है और दायित्वबोध भी कि हमें मिलकर कोरोना को जल्द से जल्द हराना है। पीएम मोदी ने 100 करोड़ वैक्सीन डोज की सफलता पर प्रत्येक भारतवासी को बधाई देते हुए कहा “100 करोड़ वैक्सीन डोज की ये सफलता प्रत्येक भारतीय को अर्पित करता हूं।”
एम्स झज्जर में बड़ी सहूलियत
आज एम्स झज्जर में, कैंसर का इलाज कराने आने वाले मरीजों को एक बड़ी सहूलियत मिली है। नेशनल कैंसर इंस्टीट्यूट में बना ये विश्राम सदन, मरीजों और उनके रिश्तेदारों की चिंता कम करेगा। कैंसर जैसी बीमारी में इलाज के लिए मरीज और उसके रिश्तेदारों को बार-बार अस्पताल आना-जाना पड़ता है। कभी डॉक्टर से सलाह, कभी कोई जांच, कभी रेडियो थेरेपी, कभी कीमोथेरेपी, ऐसे में बहुत बड़ी दिक्कत उन्हें ये होती है कि रुके कहां, ठहरे कहां। अब नेशनल कैंसर इंस्टीट्यूट में आने वाले मरीजों की यह तकलीफ काफी कम हो जाएगी। खासतौर पर हरियाणा के लोग, दिल्ली और आसपास के लोग, उत्तराखंड के लोग इन सभी को इससे बहुत बड़ी मदद मिलेगी।
10 मंजिला विश्राम स्थल में 806 बिस्तर
जानकारी के मुताबिक इंफोसिस फाउंडेशन द्वारा कॉर्पोरेट सामाजिक उत्तरदायित्व के एक हिस्से के रूप में 806 बिस्तरों वाले विश्राम सदन का निर्माण किया गया है। इसका उद्देश्य कैंसर रोगियों के साथ आने वाले उन सहयोगियों को वातानुकूलित आवास सुविधाएं प्रदान करना है, जिन्हें अकसर लंबी अवधि के लिए अस्पतालों में रहना पड़ता है। फाउंडेशन द्वारा लगभग 93 करोड़ रुपये की लागत से इसका निर्माण किया गया है। यह एनसीआई के अस्पताल और ओपीडी ब्लॉक के करीब स्थित है।
सबके प्रयास में सामूहिक शक्ति
पीएम मोदी ने कहा, इस बार लाल किले से मैंने एक बात कही थी… मैंने कहा था सबका प्रयास, ये सबका प्रयास की जो बात कही थी, कोई भी सेक्टर हो जैसे ही उसमें सामूहिक शक्ति जुटती है, सबका प्रयास नजर आने लगता है तो परिवर्तन की गति भी बढ़ जाती है। 10 मंजिला ये विश्राम स्थल भी सबके प्रयास से इस कोरोना काल में बनकर तैयार हुआ है और ये भी विशेष है कि इस विश्राम सदन में देश की सरकार और कॉर्पोरेट वर्ल्ड दोनों की साझा शक्ति लगी है। इंफोसिस फाउंडेशन ने विश्राम सदन की इमारत बनवाई है तो वहीं इसके लिए जमीन देने और बिजली-पानी का खर्च एम्स झज्जर द्वारा उपलब्ध कराया गया है।
पीएम मोदी ने इस कार्य के लिए एम्स प्रबंधन और सुधा मूर्ति की टीम का इस सेवा कार्य के लिए आभार व्यक्त किया। पीएम मोदी ने कहा, सुधा जी का व्यक्तित्व जितना विनम्र, सहज और सरल है उतनी ही वे गरीबों के प्रति करुणा से भरी हुई है। नर सेवा को नारायण सेवा मानने वाले उनके विचार, उनके कार्य हर किसी को प्रेरित करते हैं। इस विश्राम सदन में उनके सहयोग के लिए मैं उनकी सराहना करता हूं।
देश की स्वास्थ्य सेवा को किया मजबूत
इसके आगे उन्होंने कहा, भारत के कॉरपोरेट सेक्टर ने, प्राइवेट सेक्टर ने, सामाजिक संगठनों ने निरंतर देश की स्वास्थ्य सेवाओं को मजबूत करने में अपना योगदान दिया है। आयुष्मान भारत- PMJAY भी इसका एक बेहतरीन उदाहरण है। इस योजना के तहत सवा दो करोड़ से अधिक मरीजों का मुफ्त इलाज हो चुका है। यह इलाज सरकारी के साथ-साथ प्राइवेट अस्पतालों में भी हुआ है। आयुष्मान योजना से देश के जो हजारों अस्पताल जुड़े हैं, उनमें से लगभग 10 हजार प्राइवेट सेक्टर के ही हैं।
पब्लिक और प्राइवेट सेक्टर के बीच साझेदारी
पीएम मोदी ने कहा, पब्लिक और प्राइवेट सेक्टर के बीच यही साझेदारी है। मेडिकल इंफ्रास्ट्रक्चर और मेडिकल एजुकेशन के अभूतपूर्व विस्तार में भी काम आ रही है। आज जब हम देश के हर जिले में कम से कम एक मेडिकल कॉलेज बनाने पर बल दे रहे हैं तो इसमें प्राइवेट सेक्टर का रोल भी बहुत अहम है। इसी भागीदारी को बल देने के लिए मेडिकल एजुकेशन से जुड़ी गवर्नेंस में बहुत बड़े रिफॉर्म किए गए हैं। नेशनल मेडिकल कमीशन का गठन होने के बाद भारत में प्राइवेट मेडिकल कॉलेज खोलना और आसान हुआ है।
‘विश्राम सदन’ का निर्माण एक ‘विश्वास सदन’ के रूप में
पीएम मोदी ने कहा, हमारे यहां कहा गया है “दान दिए धन ना घटे, नदी न घटे नीर…” यानि दान करने से धन घटता नहीं है बल्कि बढ़ता है। इसलिए जितनी सेवा करेंगे और दान करेंगे उतनी ही सम्पत्ति बढ़ेगी। यही हमारी प्रगति को व्यापक बनाता है। उन्होंने कहा, मुझे विश्वास है कि आज हरियाणा के झज्जर में विश्राम सदन का निर्माण एक विश्वास सदन के रूप में भी उभर रहा है। ये विश्राम सदन विश्वास सदन का भी काम करता है।
देश में और विश्राम सदन बनाने की देगा प्रेरणा
आगे जोड़ते हुए उन्होंने कहा, यह देश के अन्य लोगों को भी ऐसे ही और भी विश्राम सदन बनाने की प्रेरणा देगा। केंद्र सरकार अपनी तरफ से भी प्रयास कर रही है कि देश में जितने भी एम्स हो, जितने नए एम्स बन रहे हो, वहां पर नाइट शेल्टर जरूर बनें। अपनी बीमारी से परेशान मरीज और मरीज के रिश्तेदारों को थोड़ी सी भी सहुलियत मिल जाती है तो बीमारी से लड़ने का उनका हौसला भी बढ़ जाता है। ये सहुलियत देना भी एक तरह से सेवा ही है।
कैंसर की लगभग 400 दवाओं की कीमत की कम
पीएम मोदी ने कहा, जब मरीज को आयुष्मान भारत योजना के तहत मुफ्त में इलाज मिलता है तो वो उसकी सेवा होती है। ये सेवाभाव ही है जिसकी वजह से हमारी सरकार ने कैंसर की लगभग 400 दवाओं की कीमतों को कम करने के लिए कदम उठाए हैं। यह सेवाभाव ही है, जिसकी वजह से गरीबों को जन औषधि केंद्रों से बहुत सस्ती, बहुत मामूली कीमत में दवाएं दी जा रही है। मध्यम वर्ग के परिवार जिनके घर में कभी साल भर दवाइयां लेनी पड़ती हैं, ऐसे परिवारों को तो साल में दस, बारह, पन्द्रह हजार रुपयों की बचत हो रही है। अस्पतालों में हर प्रकार की जरूरी सुविधाएं मिले। अपार्टमेंट सरल व सुविधाजनक हो, अपॉइंटमेंट में कोई कठिनाई न हो, इस पर भी बहुत ध्यान दिया जा रहा है। मुझे संतोष है कि आज भारत में इंफोसिस फाउंडेशन जैसे अनेक संस्थान सेवा परमो धर्म: के इसी सेवा भाव से गरीबों की मदद कर रहे हैं और उनका जीवन आसान बना रहे हैं।