पंकज ठाकुर की स्पेशल रिपोर्ट
बांका लोकसभा संसदीय क्षेत्र के प्रमुख राजनीतिक दलों के सियासी गलियारों में उहापोह की स्थिति बनी हुई है हालत जो भी बन रहे हैं उससे तो ऐसा लगता है कि यहां मुकाबला त्रिकोणीय होगा लेकिन चिंता का विषय यह है कि सभी गठबंधन दलों में प्रत्याशियों को लेकर कोहराम मचा हुआ है हर दल में अंतर कलश गूंज रही है चाहे वह भाजपा जदयू गठबंधन हो चाहे महागठबंधन हर दल में कोहराम मचा हुआ है और टिकट बंटवारे को लेकर अभी से कयास लगाने जा रहे हैं वहीं भाजपा और जदयू के कई ऐसे नेता हैं जिन्हें खुद पता नहीं है यह सीट भाजपा के खाते में जाएगी या जदयू के खाते में हालांकि सूत्रों पर अगर यकीन करें तो इस लोकसभा सीट पर जदयू की सीट अगर होती है गिरधारी यादव को उम्मीदवार माना जा रहा है वही अगर यह सीट भाजपा के काले में खाते में जाती है तो पुतुल देवी को टिकट मिलना लगभग तय माना जा रहा है वहीं अभी बड़े बड़े नेता जी कयास लगा रहे हैं हालांकि अंतर कलर साफ देखा जा सकता है और इसके लिए हर एक पार्टी अपने आलाकमान के सामने धरना देने दिल्ली पहुंच गए हैं किसी का नाम पसंद नहीं है तो किसी का सजेशन पसंद नहीं है इधर निवर्तमान सांसद जयप्रकाश नारायण यादव की सीट लगभग पक्की मानी जा रही है अगर राजद के पाले में सीट जाती है तो उनकी उम्मीदवारी का मानी जा रही है वहीं कांग्रेस अब इसको अपने खाते में भुनाने में लगी हुई है यह तो देखना दिलचस्प होगा कि आखिर ऊंट किस और बैठती है हालांकि कई बड़े दलों के नेता जी अपना जुबान खोलने को राजी नहीं है कहीं अगर जुबान फिसल गई तो टिकट से हाथ धोना पड़ जाएगा जो मन ही मन में खाप पाल रखे हैं नेताजी हालांकि कहीं ना कहीं आपको बांका लोकसभा में कई ऐसे दलऐ मिल जाएंगे जितनी भी गठबंधन है लगभग सब ओं की एक स्थिति है और हतोत्साहित कार्यकर्ताक्ष आईडी मीटिंग और धरना देकर सरकार को चौकन्ना कर रहे हैं वहीं कुछ ऐसे नेता जी आए दिन बैठ के और सभाएं कर केंद्रीय नेतृत्व के खिलाफ आपत्तियों व्यक्त कर रहे हैं हालांकि यहां मुख्य मुकाबला महा गठबंधन के उम्मीदवार और भाजपा के बीच दिख रही है अब ऐसे मे भाजपा फिलहाल गिरती हुई दिख रही है