पिछले दिनों राजधानी पटना में हुई बारिश के बाद हुए जलजमाव से पटनावासियों को अब तक निजात नहीं मिल पाया है। पटना हाई कोर्ट के आदेश के बावजूद अभी भी पटना के कई इलाकों से नगर निगम पानी निकासी में असफल साबित हुई। कई इलाकों का पानी अब सड़ चुका है और उससे अब बदबु भी आने लगी है, जिससे महामारी की आशंका फैल रही है।
बताते चलें कि नवरात्रि के कारण राजधानी के तकरीबन हर मुहल्ले में पुजा पण्डालों के बनने और पुजा का कार्य चल रहा है परन्तु जलजमाव के भक्तों को काफी मुसीबत का सामना करना पड़ रहा है। हनुमान नगर, चांगर, अशोकनगर, रामलखन पथ, खेमनीचक जैसे इलाके में तो महीनो से जलजमाव है जिससे लोगों का घर से निकलना मुश्किल हो गया है। काफी मशक्कत के बाद जहां जलजमाव से निजात मिल भी गयी है वहां की सड़कें अब चलने के लायक नहीं रह गयी।
स्थानीय नागरिक इस समस्या के लिए सीधे तौर पर राज्य सरकार के साथ-साथ स्थानीय सांसद-विधायक को भी जिम्मेवार बताते हैं। लोगो कहना है कि जबतक भाजपा सरकार में थी तबतक उसे शहर के जलजमाव की चिन्ता नहीं थी यदि रहती तो कोई ठोस उपाय किया गया होता परन्तु सरकार से हटते हीं उन्हें चिन्ता शुरू हो गयी। लोगों का कहना है कि उन्हें भाजपा के वोटर होने का खामियाजा भुगतना पड़ रहा है। जो सुशील मोदी जलजमाव को लेकर अनशन किया करते थें अब उन्हें इस क्षेत्र की याद भी नहीं आती है।