उगऽ हे सूरजदेव अरघ के बेरिया…-दर्शन देहू न अपार हे दीनानाथ…… लोकआस्था और सूर्योपासना के महापर्व छठ का चार दिवसीय अनुष्ठान नहाय-खाय से रविवार से शुरू होगा। सोमवार 12 नवंबर को खरना और मंगलवार 13 नवंबर को भगवान भास्कर को पहला सायंकालीन अर्घ्य प्रदान किया जाएगा। खरना के बाद छठवर्ती 36 घंटे तक निर्जला रहेंगे। शहर के आसपास के ग्रामीण क्षेत्र से भी महती तादाद में लोग छठ महापर्व करने पटना आएंगे।
गंगाघाटों पर उमड़ेगी श्रद्धालुओं की भीड़
नहाय-खाय को लेकर रविवार को गंगा घाटों पर श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ेगी। गंगा घाटों पर सुबह से ही छठव्रती और इनके परिजन पहुंचने लगेंगे। घाटों पर स्नान से पहले व्रती दातुन करेंगे। घाटों पर व्रती प्रसाद बनाने के लिए गेहूं भी सुखायंगे। साथ ही प्रसाद बनाने के लिए बर्तन धोए जाएंगे और गंगाजल भरकर घर लाएंगे।