नयी दिल्ली : लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) अध्यक्ष रामविलास पासवान ने शुक्रवार को भाजपा नेता अरुण जेटली से मुलाकात की. दोनों नेताओं के बीच यह मुलाकात ऐसे संकेतों के बीच हुई है कि दोनों पार्टियों में बिहार में लोकसभा चुनाव के लिए जल्द ही सीट बंटवारे को लेकर सहमति बन सकती है. पासवान के पुत्र चिराग पासवान ने संवाददाताओं को बताया कि बातचीत जारी है और दावा किया कि सीट बंटवारे के अलावा अन्य मुद्दे भी हैं.
लोकसभा सदस्य चिराग पासवान भाजपा के साथ अपनी पार्टी के मतभेदों को सामने रखने में काफी मुखर रहे हैं. लोजपा के एक अन्य नेता ने नाम गुप्त रखने की शर्त पर बताया कि बातचीत सकारात्मक रही है और उन्हें जल्द समाधान होने की उम्मीद है. उन्होंने कहा, ‘‘यदि सब कुछ ठीक रहता है तो हम बिहार की 40 लोकसभा सीटों में से छह पर चुनाव लड़ेंगे.’ ऐसी अटकलें हैं कि क्षेत्रीय पार्टी लोजपा ने राज्यसभा की एक सीट भी मांगी है. लोजपा को यदि छह सीटें मिलती हैं जितनी उसने 2014 के चुनाव में जीती थीं तब भाजपा एवं उसकी सहयोगी जदयू 17-17 सीटों पर चुनाव लड़ेंगी.
जदयू के अध्यक्ष नीतीश कुमार हैं जो बिहार के मुख्यमंत्री भी हैं. भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने इससे पहले घोषणा की थी कि उनकी पार्टी एवं जदयू राजनीतिक रूप से महत्वपूर्ण बिहार में बराबर संख्या में सीटों पर चुनाव लड़ेंगी. बिहार में भाजपा नीत राजग ने 2014 के आम चुनाव में 31 सीटें जीती थीं. भाजपा की ओर से लोजपा के साथ बातचीत के लिए जेटली को लगाये जाने से पासवान की पार्टी के साथ गठबंधन जारी रखने को भाजपा द्वारा दिया जाने वाला महत्व रेखांकित होता है.
भाजपा अध्यक्ष अमित शाह और जेटली सहित पार्टी के शीर्ष नेताओं ने लोजपा प्रमुख रामविलास पासवान और उनके पुत्र के साथ गुरुवार को एक घंटे की मुलाकात की ताकि उनके मतभेदों को दूर किया जा सके. चिराग पासवान ने इससे पहले जेटली को पत्र लिखकर यह समझाने के लिए कहा था कि नोटबंदी से देश को क्या लाभ हुए. उन्होंने यह भी ट्वीट किया था कि सीट बंटवारे की घोषणा में देरी से सत्ताधारी गठबंधन को नुकसान हो सकता है.
शाह से मुलाकात के बाद नहीं बनी बात
बिहार एनडीए में सीट बंटवारे को लेकर जारी कलह के बीच गुरुवार को भाजपा अध्यक्ष अमित शाह आवास पर लोजपा अध्यक्ष रामविलास पासवान के साथ एक घंटे तक चली बैठक के बेनतीजा निकलने की बात सामने आयी थी. केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली भी इसमें शामिल होने के लिए अमित शाह के आवास पर पहुंचे थे. मीडिया रिपोर्ट के सूत्रों के हवाले से बताया जा रहा है कि लोजपा पिछली बार जितनी ही यानी सात सीटों पर दावा जता रही है. साथ ही एक राज्यसभा सीट भी मांग रही है. बताया जा रहा है कि राज्यसभा सीट का वादा होने पर लोकसभा सीटें कम भी हो सकती हैं. हालांकि, बैठक के बाद किसी भी नेता ने कोई टिप्पणी नहीं की. बैठक के बाद बाहर निकलने नेताओं के चेहरों की गंभीरता से इस बात का अंदाजा लगाया रहा था कि कुछ और पेच भी फंसा हुआ हैं.