कम उम्र में शादी, मनीषा दयाल ने NGO के जरिए बनाया रसूख

पटना के आसरा शेल्टर होम की संचालिका मनीषा दयाल का बड़ा पॉलिटिकल कनेक्शन रहा है. बिहार के आम लोगों को भले ही मनीषा के बारे में ज्यादा जानकारी ना हो लेकिन सत्ता के गलियारे से लेकर राजधानी के हाई प्रोफाइल तबके तक में मनीषा दयाल जानी पहचानी शख्सियत थी.

मनीषा दयाल गया की रहने वाली है और एपी कॉलोनी में रहने वाले विजय दयाल की बेटी है, विजय दयाल का पेट्रोल पंप है. मनीषा के तीन भाई हैं. घर की इकलौती बेटी होने के कारण घर में उसे मिमी बुलाते हैं. गया के क्रेन स्कूल से 12वीं करने के बाद वो मेडिकल की तैयारी करने पटना आ गई.

कम उम्र में हो गई थी शादी

मनीषा की शादी कम उम्र में ही पटना के एक बिजनेसमैन से हो गई, लेकिन पटना की तंग गालियां उसे रास नहीं आईं और ये शादी ज्यादा दिन नहीं चल सकी. मनीषा अपने बेटे के साथ अलग रहने लगी. पति से अलग होने के बाद वो समाज सेवी संस्थाओं से जुड़ी. मनीषा ने कई सालों तक संस्थाओं में मामूली कर्मचारी बनकर संस्था चलाने के तौर तरीकों को सीखा, लेकिन वक्त के साथ मनीषा ने अपनी लाइफ स्टाइल बदली और लाइजनिंग शुरू किया. इसके बाद से ही उसकी पैठ शहर के प्रतिष्ठित लोगों से हुई धीरे- धीरे उसने अफसरों को अपने जाल में लेकर काम करना शुरू किया.

जानकारों के मुताबिक पिछले चंद वर्षों में मनीषा दयाल ने अपना पॉलिटिकल कनेक्शन इतना मजबूत कर लिया कि लगभग सभी दल के नेताओं का उससे सीधा रिश्ता बन गया. बीजेपी, जेडीयू और आरजेडी सभी दलों के नेता मनीषा दयाल के फेवरेट क्लब में शामिल थे, इन नेताओं की मनीषा के कार्यक्रम में मौजूदगी होती थी.

पेज थ्री सिलेब्रिटी बन चुकी थी मनीषा

एनजीओ के जरिये खुद को एस्टेब्लिश कर चुकी मनीषा पटना के पेज थ्री सोसायटी में सिलेब्रिटी बन चुकी थीं. राज्य के बड़े अधिकारियों की पत्नियों के साथ पार्टियों में शामिल होना उसका शौक था. आईएएस ब्रजेश मल्होत्रा की पत्नी ममता मल्होत्रा के साथ मनीषा दयाल की कई तस्वीरें हैं. पटना की मेयर सीता साहू के अलावा बिहार पुलिस एसोसिएशन के अध्यक्ष मृत्युंजय सिंह के साथ भी मनीषा के अच्छे ताल्लुकात थे.

कल तक मनीषा दयाल के साथ पार्टियों में शामिल होने वाले हाई प्रोफाइल लोगों से लेकर तमाम राजनेताओं तक ने अपनी सफाई देनी शुरू कर दी है. मनीषा इवेंट मैनेजमेंट का भी काम करती थीं. इस लिहाज से उसकी तरफ से आयोजित कार्यक्रमों में शिरकत करने की बात सफाई में सामने आ रही है, लेकिन यह साफ है कि मनीषा ने अपने रिश्तों के इस्तेमाल से जबरदस्त इमेज बिल्डिंग की. बिहार पुलिस एसोसिएशन के अध्यक्ष मृत्युंजय सिंह ने बताया कि वो निजी तौर पर मनीषा को नहीं जानते. उन्होंने बताया कि एक क्रिकेट मैच के आयोजन में शामिल होने के दौरान यह तस्वीर ली गई है.

ब्रजेश ठाकुर से थे अच्छे ताल्लुकात

मनीषा दयाल पर आज भले ही पुलिस ने शिकंजा कस लिया हो लेकिन हकीकत यह है कि मुजफ्फरपुर कांड के सामने आने के बाद भी मनीषा अपना काम करती रही. मीडिया में उसके संबंध इतने अच्छे रहे कि वह कई चैनलों पर लाइव डिबेट में बैठकर ब्रजेश ठाकुर को कसूरवार और सरकार के सिस्टम को सही ठहराते रही.

हालांकि ब्रजेश ठाकुर से भी मनीषा के अच्छे ताल्लुकात थे. ब्रजेश ठाकुर अपने अखबार में मनीषा के इवेंट को भरपूर जगह देता था. मनीषा को संरक्षण देने वालों का पूरा सच अभी सामने आना बाकी है. उसके बीच मनीषा के बड़े नेटवर्क को लेकर हो रहे खुलासों ने सबको चौंका दिया है.

मनीषा पूर्व मंत्री अब्दुल बारी सिद्दीकी की दूर की रिश्तेदार लगती है, लेकिन आरजेड़ी नेता सिद्दीकी का कहना है उससे कभी निजी तौर पर बात नहीं हुई है. मनीषा को एक पजेरो गाड़ी से गिरफ्तार किया गया, जानकारी के मुताबिक वो गाड़ी एक कांग्रेस नेता की थी. मनीषा को 3 दिन की रिमांड पर लेकर पुलिस उससे पूछताछ कर रही है. माना जा रहा है कि इस मामले में और खुलासे हो सकते हैं.

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