फीफा वर्ल्ड कप 2018: फ्रांस ने रचा इतिहास, क्रोएशिया को हराकर दूसरी बार जीता वर्ल्ड कप

मॉस्को। फीफा वर्ल्ड कप 2018 का फाइनल मुकाबला रूस की राजधानी मॉस्को के लुज्निकी स्टेडियम में फ्रांस और क्रोएशिया के बीच खेला गया। जहां फ्रांस ने क्रोएशिया को 4-2 से हराकर अपना दूसरा वर्ल्ड कप खिताब जीत लिया है।दोनों टीमों ने शुरुआत से ही काफी शानदार खेल दिखाया। जहां क्रोएशिया पहले अटैक पर रही तो फ्रांस को काफी डिफेंड करते देखा गया। लेकिन 18वें मिनट में क्रोएशिया के आत्मघाती गोल से फ्रांस को फायदा मिल गया। ये फीफा वर्ल्ड कप 2018 के फाइनल का पहला गोल था।

क्रोएशिया के मारियो मैंडजुकिच के हेडर से फ्रांस को मिली 1-0 की बढ़त। और ये गोल किया क्रोएशिया के मारियो मांजुकिच ने, मांजुकिच के आत्मघाती गोल की बदौलत फ्रांस ने 1-0 से बढ़त बना ली। ये एंटोनी ग्रीजमैन की फ्री किक पर मारियो मांजुकिच के सिर से लगकर गेंद गोल में चली गई। मारियो मांजुकिच सेमीफाइनल में अपनी टीम की जीत के हीरो रहे थे। साथ ही मारियो वर्ल्ड कप फाइनल में आत्मघाती गोल करने वाले पहले खिलाड़ी बने।

जिसके बाद 24वें मिनट में क्रोएशिया ने दो सेट पीस के साथ जवाबी हमला बोला। डोमगोज विडा ने पहले हेडर जमाया जबकि दूसरी बार फ्रेंच गोलकीपर ह्यूगो लॉरिस ने गेंद पर पंच जमाकर गोल का मौका टाल दिया। हालांकि इवान रेकिटिच को गिराने पर फ्रांस के एनगोलो कांटे को यलो कार्ड दिखाया गया और फ्री किक भी मिली।

इवान पेरीसिच ने इस पर जोरदार शॉट लगाकर क्रोएशिया को 28वें मिनट में 1-1 से बराबरी दिला दी। यहां क्रोएशिया को मिली फ्री किक को फ्रांस क्लीयर करने में नाकाम रहा। फ्री किक बाएं छोर से दाएं छोर पर गई, जिसे इवान पेरीसिच काबू करने में सफल रहे और लेफ्ट फुटर से एक कोने में गेंद धकेल दी।

हालांकि कुछ ही समय बाद फ्रांस 2-1 से बढ़त लेने में सफल रहा। इस बार फिर एंटोनी ग्रीजमैन ने गोल दागा। 39वें मिनट में उनकी किक बाएं ओर गई जबकि गोलकीपर डेनिजेल सुबासिच दूसरी ओर डाइव लगा बैठे। ये पेनल्टी फ्रांस को इवान पेरीसिच के बॉक्स में हैंड बॉल करने के कारण मिली थी। क्रोएशिया के लिए ये गलती बेहद भारी पड़ी। क्योंकि पहला गोल उसने फ्रांस को ओन गोल के रूप में तोहखे में दिया था जबकि दूसरा भी अपनी गलती से ही दे दिया।

पहले हाफ में फ्रांस ने क्रोएशिया पर 2-1 से बढ़त बना रखी। दूसरे हाफ का खेल शुरू होने के बाद पॉल पोग्बा ने फ्रांस के लिए एक और गोल बढ़त को तीन गुना कर दिया। 59वें मिनट में फ्रांस की बढ़त 3-1 की हो गई। पॉल पोग्बा ने आखिरकार इतिहास में अपना नाम लिखवा लिया। पॉल पोग्बा ने गोल के सामने बने मूव पर लेफ्ट फुटर से गेंद जाल में डाल दी। गोलकीपर यहां देखते ही रह गए। 65वें मिनट में फिर से फ्रांस ने एक और गोल दागा।

ये गोल 65वें मिनट में हुआ। इस बार युवा कीलियन एम्बाप्पे ने गोल दागा। एम्बाप्पे ने क्रोएशियन मिडफील्डर को छकाते हुए गोल दागा। हालांकि इस बार मारियो मांजुकिच ने अकेले ही गेंद ले जाकर गोलकीपर को छकाकर गेंद गोल में डाल दी और क्रोएशिया की वपासी कराई। फ्रांस की डिफेंस उस समय गायब थी। क्रोएशिया ने स्कोर 2-4 कर दिया। और यही स्कोर अंत तक रहा।

आपको बता दें कि फ्रांस तीसरी बार फाइनल में पहुंची थी। वह 1998 में पहली बार अपने घर में खेले गए वर्ल्ड कप में फाइनल खेली थी और जीतने में सफल रही थी। इसके बाद 2006 में उसने फाइनल में जगह बनाई थी, लेकिन इटली से हार गई थी। क्रोएशिया की बात की जाए तो वह पहली बार फाइनल खेल रही थी। क्रोएशिया (फर्स्ट इलेवन): डेनिजेल सुबासिक, सिमे वसाल्जको, डेजान लोवरेन,डोमागोज विदा, इवान स्ट्रिनीक, इवान रेकिटिक,मासेर्लो ब्राजोविक, एंटे रेबिक, लुका मोड्रिक, इवान पेरीसिक और मारियो मांजुकिक। फ्रांस (फर्स्ट इलेवन): लोरिस, बेंजामिन पावर्ड, राफेल वरान, सैमुअल उम्तीती, लुकास हर्नान्डेज, एनगोलो कान्ते, पॉल पोग्बा,कीलियन एम्बापी,एंटोनी ग्रीजमैन,ब्लेस मातुइदी और ओलीवर जिरो।

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