(पंकज कुमार श्रीवास्तव) सारण। एकमा थानाक्षेत्र के आमदाढी और एकमा नोनियाँ टोली के वजूद कि लडाई में पूरा एकमाक्षेत्र कई घंटों तक युद्ध-भूमी बना रहा। दोनों गाँव के बीच पत्थरबाजी से शुरू हुआ ये युद्ध फायरिंग तक जा पहुँचा। देखते-देखते यहाँ से गुजरती नेशनल हाईवे 85 पर लगी दुकानों में लूटपाट शुरू हो गई। विरोध करने पर दर्जनों दुकानों को आग के हवाले कर दिया गया। घटनास्थल पर पहले से मौजूद पुलिसकर्मी मौन बने रहें। बाद में हालत बेकाबू होता देख भाग खडे हुए। सैकड़ों की संख्या में लोगों ने नेशनल हाईवे 85 और एकमा रेलवे स्टेशन पर कब्जा कर लिया। बतातें चलें एकमा नोनियाँ-टोली और आमदाढी गाँव के लडको के बीच कुछ दिन पहले मारपीट हुई थी। बातचीत के बाद मामला शांत भी हो गया था। लेकिन आज एक बार फिर मामला उस वक्त बढ़ गया जब एकमा नोनियाँ-टोली के लोगों ने फरमान जारी कर दिया कि आमदाढी वाले व्यवसायियों को यहाँ से मार भगाया जाएँ। उल्लेखनिये है यहाँ आमदाढी वाले व्यवसायियों कि संख्या ज्यादा है। देखते-देखते दोनों पक्षों के बीच इस बात पर पहले तो पत्थरबाजी शुरू हुई फिर बात बढ़ी तो दोनों ओर से लोगों ने असलहें निकाल लिए और मोर्चा संभालकर फायरिंग करने लगे। हिंसक हुई भीड़ ने आसपास की दुकानों में लूटपाट शुरू कर दी।हिंसक हुई लोगों की भीड़ देख पुलिस घटनास्थल से भाग खडी हुई। करीब एक घंटे तक पूरे एकमा बाजार में अराजकता का माहौल बना रहा। बाद में सन्नाटा पसर गया,हाईवे विरान दिखी स्कूल काँलेज बंद हो गये। हिंसक भीड़ एकमा रेलवे स्टेशन पर पहुँची और रेलवे कर्मचारियों के साथ मारपीट कर उन्हें डियूटी से भगा दिया और एकमा स्टेशन पर कब्जा कर लिया।
घटना के तकरीबन एक घंटे बाद बड़ी संख्या में मुख्यालय छपरा से पुलिस फोर्स भेजी गई। घटनास्थल पर खुद डीएम दीपक आनंद और एसपी सत्यवीर सिंह पहुँचे। पुलिस ने हंगामा कर रहे लोगों पर लाठीचार्ज किया। पूरे इलाके में फिलहाल कर्फ्यू की हालात हैं। खबर लिखे जाने तक पुलिस मौजूदगी में एकमा रेलवे स्टेशन पर स्थिति सामान्य चुकी है। फोर्स पूरे इलाके में फ्लैग मार्च कर रही है।