बिहार राज्य किसान सभा अंचल जयनगर के वरिष्ठ किसान नेता तथा सीपीआई (एम) के युवा नेता सह अधिवक्ता कुमार राणा प्रताप सिंह ने प्रेस विज्ञप्ति जारी करते हुए कहा कि
यास तूफान के चलते तेज हवा एवं भारी बारिश से बिहार के मधुबनी जिला अन्तर गत जयनगर प्रखंड के अलावे अधिकांश जिलों में मूंग, मक्का,तरमुज, सब्जी,केला, आम, लीची का भारी नुक़सान हुआ है। किसानों में त्राहिमाम की स्थिति है। कोराना महामारी एवं लॉक डाउन के संकट से जूझ रहे किसानों/खेतिहरों पर प्राकृतिक आपदा के इस दोहरे कहर ने कमर तोड़ दिया है।
पूरे बिहार के किसानों का मूंग प्रमुख दलहन फसल है। वहीं उत्तर बिहार खासकर बाढ़ग्रस्त इलाकों के बड़े क्षेत्रफल में मूंग ,मक्का की खेती किसानों का एकमात्र मुख्य फसल है, जिस पर उस क्षेत्र के किसानों का जीवन जीविका पूरी तरह निर्भर है। पिछले वर्ष बेमौसम बारिश के कारण मूंग का फसल पूरी तरह बर्बाद हो गया। वहीं लॉक डाउन के चलते मक्का का बाहर आपूर्ति नहीं होने एवं सरकारी एजेंसियों द्वारा न्यूनतम समर्थन मूल्य पर खरीद नहीं होने के कारण किसानों को औने-पौने दाम पर मक्का बेचना पड़ा। इसी प्रकार दलहन मूंग,सब्जी, केला, आम ,लीची उत्पादक किसानों को भी लगातार प्राकृतिक आपदा, लॉक डाउन एवं सरकारी उदासीनता का दोहरी मार झेलना पड़ रहा है।
बिहार राज्य किसान सभा अंचल जयनगर सरकार से यास तूफान एवं लॉक डाउन के चलते किसानों का हुए नुकसान का जल्द से जल्द सरकारी एजेंसियों द्वारा आकलन कर क्षतिपूर्ति सुनिश्चित करने का मांग करती है, ताकि चौतरफा संकट से जूझ रहे किसानों को राहत मिल सके। अन्यथा किसान सभा पीड़ित किसानों की मांग को लेकर संघर्ष के लिए मैदान में उतरेगी।