पटना, 5 अगस्त। बिहार सरकार में कृषि, पशु एवं मत्स्य संसाधन मंत्री डॉ प्रेम कुमार ने राम मंदिर शिलान्यास को लेकर कहा कि आज शताब्दियों के संघर्ष को परिणाम मिला है। इसे लेकर कई बार भारत की धर्मनिरपेक्षता पर सवाल भी खड़े हुए लेकिन आखिर विजय सत्य की हुई और जिसके परिणाम स्वरुप आज माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी अयोध्या नगरी में 29 साल बाद पहुंचे और पूरी विधि विधान से मंदिर का भूमिपूजन एवं शिलान्यास किया। कच्चे अस्थायी मंदिर में रह रहे भगवान रामलला को कई सालों बाद अयोध्या में अपने जन्मस्थान पर आदरपूर्वक स्थापित किया जा रहा है।
कृषि मंत्री ने कहा, “पांच अगस्त, इस तारीख का चुनाव भी बहुत महत्व रखता है। प्रधानमंत्री मोदी ने ठीक एक साल पहले जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 को हटाने के लिए कानून बनाया था। जम्मू कश्मीर को एक नए तरह से परिभाषित किया गया था और आज अयोध्या फिर नए ढंग से परिभाषित हो रही है तथा पुनः अपने गौरव को प्राप्त कर रही है। अयोध्या को अब लोग एक विवाद के रूप में नहीं बल्कि श्री राम की नगरी के रूप में जानेंगे। राम मंदिर निर्माण के संकल्प को पूरा करने के लिए समान विचारधारा के संगठनों ने लगभग 30 साल तक संघर्ष किया। राम मंदिर आंदोलन में लालकृष्ण आडवाणी, अशोक सिंघल और अन्य लोगों का योगदान अतुल्य है। ”
आज माननीय प्रधानमंत्री जी ने कहा की यह पुरे देश ही नहीं विश्व के कई देशों के लिए भी ऐतिहासिक दिन है। देश के बाहर कई ऐसे देश हैं जहाँ वहाँ की भाषा में रामकथा आज भी प्रचलित है। मुझे विश्वास है कि आज इन देशों में भी करोड़ों लोगों को राम मंदिर के निर्माण का काम शुरू होने से बहुत सुखद अनुभूति हो रही होगी। यह क्षण हर भारतवासी के लिए एतिहासिक है।
6 दिसंबर 1992 को एक विधायक के तौर पर अपने हजारों कार्यकर्ताओं के साथ अयोध्या में पार्टी के कार्यक्रम में सम्मिलित हुआ था। लोगों का आक्रोश देख मुझे उसी दिन लगा था की भगवान श्री राम का मंदिर जल्द ही बनेगा। और आज 28 साल बाद मुझे इस गौरवशाली क्षण देखना का अवसर प्राप्त हुआ।
डॉ कुमार ने कहा, “आज के इस शुभ दिन को पक्षपात के रूप में देखना उतना ही गलत है जितना भारत की अखंडता पर सवाल उठाना, लेकिन फिर भी ओवैसी जैसे कुछ लोग भी है जो सोशल मीडिया को अहिंसा और भ्रामकता फैलाने के लिए इस्तेमाल करते हैं। ओवैसी जी ने ट्वीट कर कहा कि “बाबरी मस्जिद थी और रहेगी”, वह इस बात से क्या साबित करना चाहते है, यह कहना कतई गलत नहीं होगा की वह आपसी भाईचारे को ख़तम करना चाहते हैं । लेकिन उनकी यह मंशा कभी पूरी नहीं होगी जब तक नरेंद्र मोदी सरकार केंद्र में है।”
आज भगवान श्रीराम जन्मभूमि मंदिर के भूमिपूजन व शिलान्यास से सभी समुदायों में खुशी की लहर है। भगवान श्रीराम सबके आदर्श एवं आराध्य हैं।
डॉ कुमार ने कहा, “मुझे यह बताते हुए बड़े ही गर्व की अनुभूति हो रही है की हमारी सरकार आने वाली पीढ़ियों को सिर्फ ईंटो से सजा एक मंदिर नहीं बल्कि एक धरोहर और उत्कर्ष दें रही है, हमने संघर्ष किया और उसका नतीजा आज सब के सामने है।”
श्री राम जन्मभूमि की लड़ाई में अपना बलिदान देने वाले सभी महापुरषों को नमन करता हूँ। साथ ही उन सभी लोगों को भी प्रणाम करता हूँ जिन्होंने परोक्ष व अपरोक्ष रूप से इस लड़ाई को लड़ा है।
मैं सभी देशवासियों को श्रीराम जन्मभूमि के भूमिपूजन और शिलान्यास की हार्दिक बधाई देता हूँ।