बिहार की बेटी ऋचा कुमारी ने एक और उपलप्धि अपने नाम कर ली है | ऋचा ने “THOSE FALLEN BREADCRUMBS ” नाम की एक पुस्तक लिखी है जो कि Notion प्रेस के द्वारा प्रकाशित की गयी है | यह पुस्तक समाज को एक आइना दिखाती है और यह उन लोगों के लिए है जिन्होंने कभी भी जीवन में अपने सपनो को दरकिनार कर दूसरों के द्वारा दिखाए गए रास्ते को ही अपना सपना बना लिया है |
यह अक्षय नाम के लड़के की कहानी है जो कि IITJEE में असफल होने के बाद, समाज के द्वारा स्थापित किये गए सफलता के मापदंडों पर चल देता है और हम सब की तरह ही दुविधा में होता है कि- क्या इंजीनियरिंग वास्तव में उसका सपना था? उसे वास्तविकता का एहसास तब होता है जब वह तीन साल बाद अपने कॉलेज ड्रॉप-आउट मित्र से मिलता है | इस पुस्तक का उद्देश्य समाज की मानसिकता में बदलाव लाना है ताकि युवा पीढ़ी उस रास्ते को चुन सके जिससे उन्हें खुशी मिलती है ना कि वह रास्ता जो कि दूसरों को खुश करता है |
यह हम सभी को फिर से अपनी अतीत की उन पुरानी गलियों में लेकर जाएगी जब हम भी कभी इसी तरह की दुविधा में थे | आपको यह भी बता दें कि ऋचा कुमारी 2013 में नासा जा चुकी हैं और वहां रोबोटिक्स प्रतियोगिता में भारत देश का नाम रौशन किया है | 2014 में BIT मेसरा से इंजीनियरिंग करने के बाद ऋचा लंदन की बहुराष्ट्रीय कंपनी में सीनियर मैनेजर हैं | उन्होंने 2020 में मिसेज एशिया यूनिवर्स का खिताब जीतकर देश को गौरवान्वित किया है और वह अभी IIM रायपुर से MBA की पढ़ाई कर रहीं हैं |