(डा. नम्रता आनंद)
पटना, हनुमान जी का जन्म चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि को हुआ था। पवनपुत्र हनुमान को बुद्धि व शक्ति का देवता माना गया है। यही कारण कि इन्हें संकट मोचन, वीर हनुमान, महावीर और बजरंगबली के नाम से पुकारते हैं।
इस दिन बजरंगबली की विशेष पूजा उपासना से न केवल समस्याओं का अंत होता है, बल्कि मनचाहे फल की प्राप्ति भी होती है।राम भक्त हनुमान की महिमा अपरंपार है। हनुमान जयंती पर हनुमान जी की पूजा-उपासना करने का विधान है। इस दिन सच्चे मन से पवनपुत्र मारुति नंदन की पूजा-अर्चना करने से सारे कष्ट दूर हो जाते हैं। इस मौके पर बजरंगबली के भक्त धूमधाम से उनका जन्मदिन मना रहे हैं।हनुमान जयंती यानी कि बजरंग बली का जन्मोत्सव चैत्र मास की पूर्णिमा को मनाया जाता है।
पौराणिक मान्यताओं के हनुमानजी को रुद्रावतार यानी कि भगवान शिव का अवतार माना जाता है।हनुमान जयंती के अवसर पर भक्त व्रत करते हैं और विधि विधान से उनकी पूजा करके व्रत को पूर्ण करते हैं।हनुमान जयंती की पूजा का विशेष महत्व माना जाता है। मान्यता है कि इस दिन पूजा अर्चना करने वाले को बजरंग बली हर रोग और दोष से दूर रखते हैं और हर प्रकार के संकट से रक्षा करते हैं।
जीवन में कष्ट दूर होते है और सुख शांति की प्राप्ति होती है। इसके साथ ही जिन लोगों पर शनि की अशुभ दशा चल रही है वे यदि हनुमान जयंती पर व्रत रखें तो उनके शनि के दोष दूर होते हैं और कष्टों से मुक्ति मिलती है।
जन्म दिवस है आज राम के परम भक्त हनुमान का
पवन पुत्र, महाबली हनुमान का,मिल कर करो गुणगान उस महावीर बलवान का
हनुमान जन्मोत्सव की शुभकामनाएं !