राष्ट्रीय जनता दल के प्रदेश कार्यलय पटना में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी प्रसाद यादव, अब्दुल बारी सिद्दीकी प्रदेश अध्यक्ष मंगनीलाल मंडल के साथ साथ राजद के वरिष्ठ नेताओं ने कहा की चुनाव आयोग बिहार मे वर्तमान नियमों को लागू करने से बिहार के अधिक से अधिक मतदाताओं का वोटर लिस्ट से नाम कट जाएगा और भविष्य में उनका नागरिकता समाप्त हो जाएगा। इस काला कानून को रोकने के लिए और जन जन में जागरूकता लाने के लिए प्रेस वार्ता कर पूरे बिहार के मतदाताओं को जगाने का प्रयास कर रहे हैं।
उन सभी बिहारियों का वोटर लिस्ट से नाम नहीं कटे इसकी लड़ाई लड़ेंगे। इसमें मुसहर भुइयां शोषित वंचित जन अधिकार जागृति चिंतन अभियान के संस्थापक और संचालक उदय मांझी राजद पूर्व विधायक फुलवारी ने कहा कि अगर चुनाव आयोग इस कानून को वापस नहीं लेते हैं तो पूरे बिहार में मुसहर भुइयां समुदाय शोषित वंचित समाज पिछड़ा अतिपिछड़ा अल्पसंख्यक समाज आंदोलन करेगा और बिहार के चप्पे चप्पे पर सड़क जाम करेगा।श्री मांझी ने कहा कि चुनाव आयोग को वोटरलिस्ट की जांच करना था तो एक वर्ष पूर्व से करता अभी चुनाव का समय मात्र दो तीन माह रह गया तो एनडीए के इशारे पर चुनाव आयोग जो कानून लाया है वह एक काला कानून के तरह है इसका घोर निंदा और विरोध किया जाना चाहिए।
श्री माँझी के साथ फुलवारी विधानसभा क्षेत्र के मो आशिफ इकवाल, मो शमशाद, मो शाहनवाज,मो सोनू,मो साकिब, मो मुज्जफर हुसैन, सदन मोहन मांझी, छोटू मांझी, धर्मेंद्र मांझी, सुधीर मांझी, अजय मांझी, दिनेश मांझी, महेंद्र मांझी,जितेंद्र मांझी,दीपक मांझी,राजद के फुलवारी विधानसभा क्षेत्र के प्रभारी अरूण सिंह,ध्रुव यादव,हरिनारायण यादव, राजकिशोर साव, भरत यादव, मुन्ना यादव और देवकिशुन ठाकुर ने चुनाव आयोग से इस कानून को वापस लेने की बात कही। उदय मांझी ने कहा कि चुनाव में धांधली और साजिश नजर आ रहा है ताकि बिहार के आधी से अधिक मतदाताओं को वोट देने से वंचित किया जा सके। इससे डॉ भीम राव आंबेडकर जी के द्वारा भारतीय संविधान में जो मौलिक अधिकार दिया गया है उससे मुसहर भुइयां समुदाय शोषित वंचित समाज पिछड़ा अतिपिछड़ा अल्पसंख्यक समाज को वोट देने से रोका जा सके। राष्ट्रीय जनता दल और महागठबंध के नेताओं कार्यकर्ताओ और मतदाताओं इसे बर्दाश्त नहीं करेगा।
