उत्तराखंड के एक छोटे पौड़ी के ठठोली गांव में जन्मे फिल्म अभिनेता एवं वरिष्ठ पत्रकार विश्वमोहन बडोला ने सोमवार को मुंबई में अंतिम सांस ली. उत्तराखंड से मायानगर मुंबई में अपने अभिनय के बलबूते उन्होंने अपनी पहचान बनायीं. वे 84 वर्ष के थे. वीएम के निधन की खबर उनकी बहू और वरुण बडोला की पत्नी राजेश्वरी सचदेव ने बताई. उनके निधन के बाद बॉलीवुड ही नहीं, उत्तराखंड सिनेमा और साहित्य जगत में शोक की लहर है.
पिता के लिए एक्टर वरुण बडोला ने पिता विश्वमोहन बडोला को याद करते हुए सोशल मीडिया पर भावुक नोट लिखकर श्रद्धांजलि दी है.
वीएम वडोला ने अपना पूरा जीवन आर्ट को समर्पित कर दिया था. वे थिएटर में भी सक्रिय रहे. उन्होंने ऑल इंडिया रेडियो के लिए करीब 400 नाटकों में काम किया था.
विश्वमोहन बडोला ने अक्षय कुमार की फिल्म जॉली एलएलबी-2 में एक यादगार रोल निभाया था. इसके अलावा उन्होंने स्वदेश, जोधा अकबर और मुन्ना भाई एमबीबीएस सहित कई फिल्मों में अपने अभिनय की छाप छोड़ी थी. उन्होंने आखिरी बार मनोज वाजपेयी और तब्बू की फिल्म मिसिंग में काम किया था.