पटना। बिहार में पंचायती राज व्यवस्था को सशक्त करने गांव के विकास के लिए जनप्रतिनिधियों को सजग करने सरकारी योजनाओं का लाभ सीधे आम आदमी तक पहुंचाने के संकल्प के साथ राजधानी पटना के मौर्या होटल में आयोजित ग्राम संसद द्वारा बिहार चैप्टर 2 कार्यक्रम संपन्न हुआ। इस कार्यक्रम में पंचायती राज व्यवस्था के अंतर्गत आने वाले जनप्रतिनिधि लोक सेवक और कॉर्पोरेट क्षेत्र के लोग नीति निर्माता और कई चर्चित चेहरे शामिल हुए।
कार्यक्रम का शुभारंभ भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने किया। उनके साथ केंद्रीय ग्रामीण विकास व पंचायती राज मंत्री गिरिराज सिंह, केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय, बिहार के उपमुख्यमंत्री तार किशोर प्रसाद, बिहार के उद्योग मंत्री सैयद शाहनवाज हुसैन, बिहार के पंचायती राज मंत्री सम्राट चौधरी, बिहार के सूचना जनसंपर्क व जल संसाधन मंत्री संजय कुमार झा, बिहार के भवन निर्माण मंत्री अशोक चौधरी, स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे, प्रौद्योगिकी मंत्री सुमित कुमार सिंह, विधायक श्रेयशी सिंह, विधान पार्षद निवेदिता सिंह समेत कई गणमान्य जन उपस्थित थे।
कार्यक्रम की अध्यक्षता ग्राम संसद के चीफ पैटर्न विधान पार्षद व भाजपा के राष्ट्रीय सह प्रवक्ता डॉ संजय मयूख ने किया। कार्यक्रम का संयोजन भारतीय जनता युवा मोर्चा के पूर्व राष्ट्रीय उपाध्यक्ष संतोष रंजन राय व कार्यक्रम के समुख बृजेश शर्मा ने किया। कार्यक्रम में बिहार के 38 जिलों से चुनिंदा 500 से ज्यादा पंचायत प्रतिनिधियों को सम्मानित भी किया गया।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कहा कि पंचायती राज व्यवस्था को दुरुस्त किए बिना ग्राम स्वराज की संकल्प को पूरा नहीं किया जा सकता। देश और प्रदेश में एक ही पार्टी और गठबंधन की सरकार होने का फायदा है कि अब सभी सरकारी योजनाओं में पारदर्शिता आई है। आम आदमी को आगे कर कर कोई भी योजना बनाई जाती है। गांव के विकास को पहली प्राथमिकता दिया गया है। सभी गांव को सड़क से जोड़ने और उसका विद्युतीकरण करने का लक्ष्य लगभग पूरा कर लिया गया है।
उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य शिक्षा और सबको भोजन जैसे बुनियादी सुविधाओं पर विशेष ध्यान दिया गया है। विशेष रुप से बिहार की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि यहां तो पंचायती राज व्यवस्था में महिलाओं को 50 फ़ीसदी आरक्षण दिया गया है, जिससे नारी सशक्तिकरण के साथ ही साथ पंचायती राज व्यवस्था में महिलाओं की भागीदारी भी बड़ी है।
केंद्रीय पंचायती राज्य मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा कि पंचायतों को सशक्त करने के लिए कई योजनाएं चलाई जा रही हैं जिसका फायदा भी मिलता दिख रहा है। भ्रष्टाचार कम करने के लिए केंद्र व राज्य सरकार की योजनाओं की राशि सीधे अब पंचायतों को खर्च करने के लिए दिया जाता है, जिन पंचायतों ने बेहतर काम किया है। उन्हें रोल मॉडल के रूप में भी आगे रखा गया है।
बिहार के पंचायती राज्य मंत्री सम्राट चौधरी ने कहा कि ग्राम संसद के इस दूसरे संस्करण कार्यक्रम के माध्यम से बिहार के चुनिंदा पंचायत प्रतिनिधियों से सीधा संवाद करने का मौका मिल रहा है।
उन्होंने कहा कि बिहार में पंचायती राज व्यवस्था को सशक्त करने के लिए राज्य सरकार पूरी तरह से कृत संकल्पित है। केंद्र द्वारा जो भी प्रायोजित योजनाएं पंचायतों के लिए है वह सभी जगह सुचारू रूप से चल रही है। पंचायत प्रतिनिधियों की सुरक्षा विकास कार्यों में तेजी लाने के लिए सहूलियत है बुनियादी समस्याओं का समाधान जैसे विषयों पर सरकार पूरी तरह से गंभीर है। बिहार में अब पंचायतों में पंचायत राज सरकार भवन का निर्माण किया जा रहा है, जहां एक ही छत के नीचे नीचे पंचायत के लोगों को सभी सरकारी योजनाओं का लाभ मिल पाएगा।
कार्यक्रम को केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने संबोधित करते हुए कहा कि बिहार प्रयोग की भूमि रही है बिहार में जिस तरह से विकास की गति को तीव्र किया गया है। उससे बिहार के गांव का विकास भी तेजी से हुआ है। भय भूख और भ्रष्टाचार रहित समाज देना देश के प्रधानमंत्री जी का प्रथम लक्ष्य है, जिसे बिहार भी पूरा कर रहा है।
बिहार के उद्योग मंत्री सैयद शाहनवाज हुसैन ने कहा कि बिहार में पंचायतों ने बेहतर काम भी किया है पर बहुत कुछ किया जाना बाकी है। सरकार की योजनाओं को पूरी ईमानदारी से अपने-अपने पंचायतों में लागू करवाने विकास योजनाओं को चलाने की पूरी जिम्मेवारी पंचायत प्रतिनिधियों पर उनकी समस्याओं को देखने के लिए राज्य और केंद्र सरकार है।
मंत्री सुमित कुमार सिंह ने कहा कि बिहार देश में इकलौता ऐसा राज्य है जिसने पंचायतों में महिलाओं को 50 फ़ीसदी आरक्षण दिया महिला सशक्तिकरण को और मजबूती प्रदान किया गया। पंचायतों को विकास योजनाओं को बनाने के लिए स्वतंत्र किया गया। नल जल और जल जीवन हरियाली जैसी योजनाओं ने पंचायतों के विकास में बड़ा योगदान दिया है।
भवन निर्माण मंत्री अशोक चौधरी ने कहा कि केंद्र और बिहार में डबल इंजन की सरकार है। देश में नरेंद्र मोदी जी और बिहार में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जी जैसे लोकप्रिय व्यक्ति के हाथों में कमान है। बिहार में नीतीश कुमार जी की अगुवाई में विकास की कई ऐतिहासिक कार्य किए गए हैं। पंचायतों को सशक्त करने में अहम भूमिका है।
पंचायती राज व्यवस्था को दुरुस्त करना गांव के विकास की योजनाएं पंचायत प्रतिनिधियों के द्वारा बनाना तथा राज्य सरकार द्वारा पंचायतों के विकास के लिए पूरी ईमानदारी और पारदर्शिता के साथ कार्य करना एक ऐतिहासिक कदम है।
बिहार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे ने कहा कि देश के सभी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी का सपना है कि देश का हर एक गांव सशक्त हो और बिहार में इस दिशा में सबसे प्रभावी कदम उठाए गए। आज आप बिहार के किसी भी पंचायत में चले जाइए हर एक गांव सड़कों से जुड़ा है, हर एक गांव में बिजली है, जो भी सरकारी सुविधाएं हैं हर एक गांव तक पहुंची हैं और इस को लागू करवाने में पंचायत प्रतिनिधियों की भूमिका अहम है। केंद्र और राज्य सरकार पूरी ईमानदारी के साथ पंचायतों को सशक्त करने की दिशा में कारगर कदम उठा रही है।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए भाजपा के राष्ट्रीय सह प्रवक्ता व विधान पार्षद तथा कार्यक्रम के चीफ पैटर्न डॉक्टर संजय मयूख ने कहा की ग्राम संसद के माध्यम से पूरे बिहार के पंचायत प्रतिनिधियों के समस्याओं पर सशक्त लोगों के समक्ष विमर्श करने का एक बड़ा अभियान शुरू किया गया है। यह दूसरा संस्करण है, जहां केंद्र व राज्य सरकार के मंत्रियों कॉर्पोरेट जगत की हस्तियों के समक्ष पंचायत प्रतिनिधि अपनी बातों को रख रहे है।
उन्होंने कहा कि बिहार में पंचायतों को सशक्त करने की दिशा में कारगर कदम उठाए गए केंद्र और राज्य में डबल इंजन की सरकार है। इससे विकास की गति को तेजी मिली है। उन्होंने कार्यक्रम की महत्ता पर प्रकाश डालते हुए कहा कि जनतंत्र में जनसंवाद भी जरूरी है।
आगत अतिथियों का स्वागत व धन्यवाद ज्ञापन कार्यक्रम संयोजक संतोष रंजन राय व ब्रजेश शर्मा मीडिया प्रभारी अनूप नारायण सिंह ने किया।