यह सम्मान मुंंगेर नगर भवन में 17 नवंबर को आयोजित आचार्य लक्ष्मीकांत मिश्र स्मृति समारोह में पद्मभूषण परमहंस स्वामी निरंजनानंद सरस्वती जी प्रदान करेंगे।आइए जानते हैं विकास कुमार झा के बारे में।
देश की हिन्दी पत्रकारिता के एक समर्थ हस्ताक्षर हैं। विकास झा रविवार में ख्यातिप्राप्त पत्रकार सुरेन्द्र प्रताप सिंह की टीम का हिस्सा थे और ‘माया’ के काफी समय तक बिहार के ब्यूरो चीफ भी रह चुके हैं। 7 अक्टूबर 1961 को जन्मे विकास कुमार झा ने समाजशास्त्र में एम.ए. की डिग्री हासिल की है। वे रविवार, आउटलुक, एवं माया जैसी पत्रिकाओं के संपादन विभाग से जुड़े रहे। वे हिन्दी एवं अंग्रेज़ी में समान रूप से लिखते रहे हैं।वे टेलिविज़न पर ऐंकर के रूप में भी काम कर चुके हैं। अनेक सम्मानों से सम्मानित विकास कुमार झा बिहार के मुक्तिकामी जनता के संघर्ष में सदैव रचनात्मक भूमिका अदा की है। वे पत्रकार के साथ—साथ एक चर्चित कथाकार,उपन्यासकार और कवि भी हैं। इनके उपन्यास मैकलुस्कीगंज पर 2011 के लिए अंतर्राष्ट्रीय इंदु शर्मा कथा सम्मान से ब्रिटेन में भारत के उच्चायुक्त श्री नलिन सूरी ने ब्रिटिश संसद के हाउस ऑफ कॉमन्स में सम्मानित भी किया है।हाल में ही विश्व आस्था के जुड़वाँ नगर गया-बोधगया पर केन्द्रित उपन्यास’गयासुर संधान’प्रकाशित है। इनके अलावा ‘बिहार : राजनीति का अपराधीकरण’,’सत्ता के सूत्रधार’ (राजनीति); ‘इस बारिश में’ (कविता); बिहार के बांग्लाभाषियों के जीवन पर बांग्ला में प्रकाशित ‘परिचय पत्र’; मैथिली में मंचित नाटक : ‘जमपुत्र’ तथा ‘सोनमछरिया’ पुस्तकें प्रकाशित व चर्चित हैं।