बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष विजय कुमार सिन्हा ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार एवं उपमुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव की कुढ़नी की चुनावी सभा में दिए गए वक्तव्य पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि भारतीय जनता पार्टी को बिहार की जनता के स्वास्थ्य की चिंता है। तेजस्वी यादव द्वारा चुनावी सभा में लालू जी के स्वास्थ्य पर दिए गए भावनात्मक बयान पर उन्होंने कहा कि भाजपा भी चाहती है कि लालू जी शीघ्र स्वस्थ हों, लेकिन महागठबंधन की सरकार ने 100 दिन में सूबे के स्वास्थ्य को ही खराब कर दिया है। भाजपा के लिए बिहार का स्वास्थ्य सर्वोपरी है। चाचा-भतीजा मिलकर कुढ़नी की जनता को झांसा दे रहे हैं। अब आम जनता इस झांसे में पड़ने वाले नहीं हैं।
श्री सिन्हा ने कहा कि जिस बिहार को भाजपा एवं एन.डी.ए. ने बड़ी मुश्किल से हत्या,अपहरण, लूट और बलात्कार की बीमारी से निकाला था ,अब वही बीमारी महामारी की तरह राज्य में फैल रही है।श्री सिन्हा ने कहा कि नीतीश कुमार जी का एकबाल अब खत्म हो चुका है। उनके उम्मीदवार का शराब वाला फोटो वायरल हो चुका है, जिसे कुढ़नी वाले लोग भी देख चुके हैं। इस फोटो की जांच कराने के बजाय यह उनको प्रोत्साहन दे रहे हैं। शराब मामले में गरीबों को जेल और अमीरों को विधायक का उम्मीदवार बनाकर पुरस्कृत कर रहे है। क्या यही जनता राज है? श्री सिन्हा ने कहा कि राज्य में नशाबंदी अभियान की जरूरत है। शराबबंदी का हश्र लोग देख रहे हैं।शराबबंदी असफल होने के कारण की समीक्षा कर उस पर काम किया जाना चाहिए था। लेकिन लंबी लंबी बातें के अलावे शराबबंदी में कोई उपलब्धि या नहीं हुई है।
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि गोपालगंज में इनका उम्मीदवार दारू कंपनी का मालिक था। ढकोसला और पाखंड की हद तब हो जाती है जब तेजस्वी जी के दारू वाले उम्मीदवार के समर्थन में मुख्यमंत्री नहीं जाते हैं। लेकिन अपना दारूवाला उम्मीदवार के पक्ष में कुढ़नी आते हैं। श्री सिन्हा ने कहा कि कुढ़नी का जनादेश नीतीश जी को बड़ा संदेश देने जा रहा है। महागठबंधन में भगदड़ मचेगी। 2023 में इनकी सरकार नहीं रहेगी। श्री विजय कुमार सिन्हा ने कहा कि अगर हिम्मत है, तो मुख्यमंत्री जी विधानसभा भंगकर नया जनादेश ले। पता चल जाएगा की राज्य की जनता अब इनको बर्दाश्त नहीं करेगी।