बड़े मियां तो बड़े मियां, छोटे मियां सुभानअल्लाह,
पदधारण में अवरोध है मानसिक अस्थिरता,
मुख्यमंत्री को बीमार करने की साजिश में उनके करीबी लोग शामिल, इसकी उच्च स्तरीय जांच हो,
राज्य हित में विधानसभा भंग कर,लिया जाय नया जनादेश,
पटना, 8 नवम्बर 2023
बिहार विधान सभा में नेता प्रतिपक्ष विजय कुमार सिन्हा ने बयान जारी कर कहा है कि लोकतंत्र के मंदिर में दिनांक-07.11.2023 को मुख्यमंत्री का बयान अलोकतांत्रिक, असामान्य, अनैतिक एवं महिला सदस्यों सहित पूरे बिहार को शर्मसार कर दिया है।आज उन्होंने सार्बजनिक रूप से माफी मांगी है परंतु उनका अश्लील वयान माफी योग्य नहीं है।
श्री सिन्हा ने तेजस्वी यादव और राजद के ट्वीट की भी भर्त्सना की और कहा कि राजद के ट्वीट ने अश्लीलता की सीमा को पार कर दिया है।इनके टवीट को पढ़कर मां बहन शर्मसार हो जाएंगी।
श्री सिन्हा ने कहा कि संविधान में मानसिक विक्षिप्तता किसी भी सदन का सदस्य बनने के लिये अवरोध है। मुख्यमंत्री जी की स्थिति ठीक नहीं है। पिछले 1 साल में कई अवसरों पर इनका बयान इनके पद के प्रतिकुल और मानसिक रुप से अस्थिर रहा है।शरीर का हावभाव, बैचैनी, छटपटाहट और व्यग्रता दर्शाता है कि इन्हें चिकित्सा की जरुरत है।
श्री सिन्हा ने कहा कि दक्षिण भारत के एक नेता को उनके करीबी लोगों द्वारा बीमार बना दिया गया। नीतीश कुमार के करीबी लोग भी इसी कार्य में लग गये है।इनके प्रत्येक गतिविधियों को नियंत्रण में रखकर इन्हें मनमानी ढंग से संचालित किया जा रहा है। बिहार सहित पूरे देश में यह चर्चा है।हम इसकी उच्च स्तरीय जांच की मांग करते हैं।जांच में सच्चाई सामने आएगी।
श्री सिन्हा ने कहा कि चर्चा है कि बिहार सरकार कोई दूसरा व्यक्ति चला रहा है। जांच की आबश्यकता है।उपमुख्यमंत्री ने ट्वीट कर नीतीश जी के अश्लील बयान का समर्थन कर इसे सेक्स इजुकेशन बताया है। क्या लोकतंत्र का मंदिर ही सेक्स इजुकेशन के लिये जगह चुना गया है? तेजस्वी यादव को बिहार की जनता से मॉफी मांगनी चाहिये।साथ ही अपने दल को भी अश्लीलता परोसने से मना करना चाहिये।
श्री सिन्हा ने कहा कि मुख्यमंत्री को अविलंब विधान सभा भंग कर नया जनादेश प्राप्त करना चाहिये। साथ ही महामहिम राज्यपाल से भी उन्होंने अविलंब हस्तक्षेप करने की मॉंग की है ताकि मुख्यमंत्री से कोई गलत कार्य नहीं करा सके।