वैक्सीन के ऑनलाइन और ऑफलाइन प्रबंधन में ‘CoWin’ टीम निभा रही अहम भूमिका

देशभर में वैक्सीन लगाने से लेकर इसके प्रबंधन को लेकर जिस तरह से CoWin टीम ने काम किया है, वह सराहनीय है। हेल्थ केयर वर्कर्स से लेकर, सीनियर सिटीजनों तक को एक निश्चित प्रक्रिया के तहत इतने कम समय में वैक्सीनेट करना, बिना कुशल प्रबंधन और हेल्थ केयर वर्कर्स की सकारात्मक सोच के संभव नहीं था। देशभर में हजारों की संख्या में बनाये गए वैक्सीनेशन सेंटर इस बात का जीवित उदाहरण है कि भारत में वैक्सीन लगाने में न सिर्फ तेजी दिखाई गई है, बल्कि वैक्सीनेशन सेंटर्स पर कोरोना महामारी न फैले, एहतियातन सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करवाने का भी प्रयास किया गया है। 16 जनवरी से शुरू हुई वैक्सीनेशन की प्रक्रिया में तेजी लाते हुए हेल्थ केयर वर्कर्स, मेडिकल स्टाफ, डॉक्टर, नर्सिंग स्टाफ से लेकर देश का पूरा स्वास्थ्य विभाग अब तक 18 करोड़ से अधिक नागरिकों को वैक्सीनेट कर चुका है।

इस तेजी का सबसे बड़ा उदाहरण 1 मई से शुरू हुआ टीकाकरण का तीसरा फेज है, जिसके तहत महज 15 दिनों में 18 से 44 आयुवर्ग के 42 लाख 58 हजार, 756 से अधिक नागरिकों को टीका लगाया जा चुका है।

देश में ऐसे हो रहा वैक्सीन का प्रबंध

भारत के वैक्सीन निर्माता दिन-रात काम कर रहे हैं। वैक्सीन बनाने से लेकर इन्हें डिस्ट्रीब्यूट करने की चरणबद्ध प्रक्रिया के तहत भारत सरकार देश के राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों को अब तक 18 करोड़ से अधिक वैक्सीन की खुराकें मुफ्त में उपलब्ध करा चुकी है। यह इसी प्रक्रिया का नतीजा है कि देश में बीते 24 घंटे में 10 लाख से अधिक लोगों को कोरोना का टीका लगाया जा चुका है। बीते 24 घंटों का यदि इसका औसत निकालें तो प्रति घंटा देश में 41,666 नागरिकों को वैक्सीनेट किया गया है। इन्हीं प्रयासों के चलते भारत दुनिया भर में सबसे तेजी से 16 करोड़, 17 करोड़ नागरिकों को वैक्सीन लगाने वाला पहला देश बन गया है।

16-31 मई 2021 के पखवाड़े के लिए राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों को कोविशील्ड और कोवैक्सीन की 191.99 लाख खुराक की निशुल्क आपूर्ति केंद्र सरकार द्वारा की जाएगी। इनमें कोविशील्ड की 162.5 लाख और कोवैक्सीन की 29.49 लाख खुराक शामिल हैं।

पारदर्शिता का सजीव उदाहरण है CoWin पोर्टल

देशभर में कोरोना वैक्सीन को लेकर फैल रहीं भ्रामक खबरों के जाल को तोड़ने के लिए कोविन एकमात्र ऐसा सिस्टम है, जहां आपको वैक्सीन लगवाने से लेकर सर्टिफिकेशन तक की पूरी जानकारी सारगर्भित रूप से उपलब्ध मिलेगी। CoWin पोर्टल टीकाकरण के रजिस्ट्रेशन लिए भारत सरकार द्वारा बनाया गया एक सिस्टम है। इस पोर्टल का लॉन्च 16 जनवरी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया था। क्लाउड आधारित इस पोर्टल में टीकाकरण केंद्र से लेकर टीका लेने वाले लोगों की पूरी सूची उपलब्ध है। कोरोना का टीका लगवाने के लिए CO-WIN पोर्टल से ही अप्लाई करना होता है। इस पोर्टल से कोरोना टीकाकरण प्रक्रिया की पूरी ट्रैक होती है।

किस वैक्सीन के कितने स्लॉट उपलब्ध हैं, इसका भी मिलेगा ब्यौरा

देशभर के किस सेंटर में किस दिन को कौन सी वैक्सीन के कितने टीके लगाए गए हैं, इन सबका पूरा ब्यौरा इस पोर्टल पर उपलब्ध है। जिले के किस सेंटर में किस वैक्सीन के कितने स्लॉट उपलब्ध हैं, इसका भी पूरा विवरण इस पोर्टल पर उपलब्ध है। साथ ही किसे कब, कहां और कौन सा टीका दिया गया। इसकी भी पूरी जानकारी इस पोर्टल पर उपलब्ध है। इस पोर्टल के यूजर इंटरफेस को इतना आसान बनाया गया है कि महज कुछ ही मिनटों में आप अपना ब्यौरा देख सकते हैं। वैक्सीन लगवाने के बाद उसके सर्टिफिकेट यानि कि प्रमाण पत्र की सुविधा भी इस पोर्टल में उपलब्ध है।

कुशलतम प्रबंधन और सकारात्मक सोच का परिणाम है ये वैक्सीनेशन प्रोग्राम

कोरोना वैक्सीनेशन की ऑनलाइन और ऑफलाइन प्रक्रिया के बीच बिठाया गया यह सामंजस्य केंद्र और राज्य की सरकारों के कुशलतम प्रबंधन, सकारात्मक सोच, कुशल नीति और देशवासियों के सहयोग के बिना संभव नहीं होता। केंद्र सरकार की पारदर्शी नीति इस बात की ओर इशारा करती है है आने वाले समय में सभी चुनौतियों से निबटते हुए देश में चल रहे टीकाकरण कार्यक्रम को जल्द से जल्द पूरा किया जायेगा।

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