• बिहार में कानून का राज स्थापित है, इसे बनाये रखना सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है- मुख्यमंत्री
अब बिहार के पुलिस बल में महिलायें 27 से 28 प्रतिशत तक हो जायेंगी-मुख्यमंत्री
• पुलिसकर्मियों द्वारा नियमित गश्ती एवं पुलिस बल की संख्या बढ़ने से लॉ एंड ऑर्डर दुरुस्त रहेगा- मुख्यमंत्री
• हम समाज के सभी तबकों को साथ लेकर चलते हैं, उनके उत्थान के लिए काम करते हैं- मुख्यमंत्री
पटना, 16 नवम्बर 2022 :- मुख्यमंत्री नीतीश कुमार आज गृह विभाग द्वारा नवनियुक्त 10,459 पुलिस पदाधिकारियों / कर्मियों के नियुक्ति पत्र वितरण समारोह में शामिल हुए। पटना के ऐतिहासिक गांधी मैदान में आयोजित नियुक्ति पत्र वितरण समारोह का दीप प्रज्ज्वलित कर मुख्यमंत्री ने विधिवत शुभारंभ किया। समारोह में नवनियुक्त 215 सार्जेंट, 1,998 सब इंस्पेक्टर एवं 8,246 सिपाहियों को नियुक्ति पत्र प्रदान किया गया। इन नवनियुक्त 10,459 पुलिस पदाधिकारियों / कर्मियों में 3,852 महिलाएं शामिल हैं जो आज नवनियुक्त पुलिस बल का 36.8 प्रतिशत है। मुख्यमंत्री ने नवनियुक्त पुलिस पदाधिकारियों / कर्मियों को सांकेतिक रूप से नियुक्ति पत्र प्रदान किया। पुलिस महानिदेशक संजीव कुमार सिंघल ने नवनियुक्त पुलिस पदाधिकारियों / कर्मियों को पुलिस सेवा से संबंधित शपथ दिलाई। मुख्य सचिव आमिर सुबहानी ने नवनियुक्त पुलिस पदाधिकारियों / कर्मियों को शराब का सेवन नहीं करने एवं शराबबंदी कानून का उलंघन करने वालों के विरुद्ध विधिसम्मत कठोर कार्रवाई करने से संबंधित शपथ दिलाई। समारोह में पुलिस महानिदेशक संजीव कुमार सिंघल ने मुख्यमंत्री को पौधा एवं स्मृति चिन्ह भेंटकर उनका अभिनंदन किया।
समारोह को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि नवनियुक्त सभी पुलिसकर्मियों को मैं अपनी शुभकामनाएं तथा बधाई देता हूँ और आपका अभिनंदन करता हूँ। बड़ी खुशी की बात है कि आज 10 हजार 459 पदों पर लोगों की नियुक्ति की गयी है जिनमें 215 सार्जेंट, 1,998 सब इंस्पेक्टर एवं 8,246 सिपाही शामिल है। सभी नवनियुक्त अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र प्रदान किया जा रहा है। आपने बहुत अच्छा काम किया है, इसके लिए मैं गृह विभाग को बधाई देता हूँ। उन्होंने कहा कि बिहार में कानून का राज स्थापित है। इसे बनाये रखना सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। कानून का राज कायम रखना सरकार का दायित्व है। पहले बिहार में सिर्फ 42 हजार 481 पुलिसकर्मी थे। जबसे हमें काम करने का मौका मिला है, अपराध नियंत्रण को ध्यान में रखते हुए हमने शुरू से ही पुलिस की संख्या बढ़ाने पर जोर दिया है। विधि व्यवस्था को कायम रखने के लिए पहले हमने आर्मी से रिटायर्ड जवानों को सैप (स्पेशल ऑग्जिलियरी पुलिस) में बहाल कराया। हमने कहा है कि उनको भी कायम रखिये और ये साठ साल बाद ही रिटायर होंगे। हमने देखा कि वर्ष 2010 में देश में एक लाख की आबादी पर 115 पुलिसकर्मी थे, बिहार में यह संख्या कम थी। उसके अनुसार 1 लाख 52 हजार 232 और पुलिसकर्मियों की आवश्यकता थी। हमने गृह विभाग की हर बैठक में कहा कि बहाली के काम में तेजी लाकर पुलिसकर्मियों की नियुक्ति करें जिसके बाद बिहार में अब तक 1 लाख 8 हजार से ज्यादा पुलिसकर्मियों की बहाली हो चुकी है। 1 लाख 52 हजार 232 पदों में से अभी भी 44 हजार पुलिसकर्मियों की बहाली होनी है। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि इसमें देर न करें यथाशीघ्र बहाली कराएं। यह काम पूरा हो जाएगा तो हमें बेहद खुशी होगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्ष 2013 में हमने पुलिस सेवा में महिलाओं को 35 प्रतिशत आरक्षण देने का निर्णय किया जिसका परिणाम हैं कि आज बिहार पुलिस में 25 प्रति महिलायें सेवारत हैं। आज नियुक्ति पत्र मिलने के बाद बिहार के पुलिस बल में 27 प्रतिशत महिलायें शामिल हो जायेंगी। उन्होंने कहा कि हम पुरुषों से कहेंगे कि महिल प्रति सम्मान का भाव रखिये। माँ ही हमें जन्म देती है इसलिये समाज में महिलाओं क भूमिका है। पहले महिलायें घरों में बंद रहती थीं, अब हर काम में लगी रहती हैं। हम चाहते हैं कि समाज में महिलाओं की समान भागीदारी हो।
मुख्यमंत्री ने कहा कि अभी देश के अलग-अलग राज्यों में 1 लाख की आबादी पर 115 से ज्यादा पुलिसकर्मियों की संख्या है जिसको ध्यान में रखते हुए बिहार में भी इसे बढ़ाकर 160 से 170 करने का निर्णय लिया गया है। उसी के अनुरूप हमें तेजी से नियुक्ति करनी है। उन्होंने कहा कि इस ऐतिहासिक गांधी मैदान में नियुक्ति पत्र वितरण का कार्यक्रम इसलिए रखा गया है कि सामने बापू की प्रतिमा है और ठीक इसके बगल में बापू सभागार भी है इसलिए अपने राष्ट्रपिता को आप कभी भूलियेगा मत।मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्ष 2007 में हमने पुलिस के दायित्व को दो हिस्से में बाँट दिया था। एक हिस्से को लॉ एंड ऑर्डर का काम जबकि दूसरे हिस्से को अनुसंधान का काम सौंपा गया था ताकि अपराध पर नियंत्रण के साथ-साथ अनुसंधान के काम में भी तेजी आये। अब अनुसंधान का काम भी ठीक ढंग से आगे बढ़ रहा है। पहले काम दो हिस्सों में नही होने से अनुसंधान का काम कम होता था। हमलोग आवश्यकता के मुताबिक निरंतर पुलिस की क्षमता को भी बढ़ा रहे हैं। उन्होंने कहा कि एस०सी०/ एस०टी० सतर्कता अनुश्रवण समिति की बैठक में हमने तय कर दिया है कि केस की जांच 90 दिनों की बजाय अब 60 दिनों के अंदर ही की जाय ताकि दोषियों को समय पर सजा मिल सके। क्राइम को कंट्रोल करने के लिये दोषियों पर त्वरित कार्रवाई जरूरी है। इसके अलावा पुलिस की गश्ती काफी जरूरी है। रात्रि में और अहले सुबह निरंतर गश्ती होने से अपराध पर नियंत्रण रहेगा। गृह विभाग की बैठक में भी गश्ती के विषय में हम विस्तृत जानकारी लेते रहते हैं। हमलोगों ने हर थाने को दो वाहन दिया है और तीसरा वाहन भी जल्द उपलब्ध करा देंगे। इसके लिए जल्द से जल्द प्रस्ताव लाइए। उन्होंने कहा कि पुलिसकर्मियों द्वारा नियमित गश्ती एवं पुलिस बल की संख्या बढ़ने से लॉ एंड ऑर्डर दुरुस्त रहेगा। गड़बड़ी करनेवाले, डरेंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमलोगों ने आपातकालीन सेवा के लिए डायल 112 शुरू कराया है। इस कॉल सेंटर पर अपराध, आगजनी, वाहन दुर्घटना एवं बीमार व्यक्ति से संबंधित सूचनाएं तत्काल दर्ज कराई जा सकती हैं। उस पर तेजी से एक्शन लिया जाता है। कॉल सेंटर बहुत ही अच्छे ढंग से काम कर रहा है। कॉल सेंटर में पुरुषों एवं महिलाओं की बराबर संख्या में प्रतिनियुक्ति की गयी है। हम समाज के सभी तबकों को साथ लेकर चलते हैं, उनके उत्थान के लिए काम करते हैं। किसी की उपेक्षा नही करते हैं। उन्होंने कहा कि पुलिसकर्मियों की बहाली के साथ ही प्रशिक्षण का काम भी समय सीमा के अन्दर पूरा हो। हर थाने में महिला पुलिस पदाधिकारी एवं कर्मियों को भी पदस्थापित रखें। आपसी झगड़ों को खत्म कर समाज में सद्भाव कायम रखने के लिए हर प्रकार से काम किया जा रहा है। थाना भवनों का बेहतर तरीके से निर्माण कराया गया है, उसे मेंटेन रखें। भवनों के निर्माण के साथ ही उनके मेंटेनेंस भी जरूरी हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पहले जब बिहार झारखंड एक था तो प्रशिक्षण की व्यवस्था झारखंड के इलाके में थी। अब राजगीर पुलिस एकेडमी में प्रशिक्षण देने का काम किया जा रहा है जिसका विस्तार करना है। उन्होंने कहा कि कभी-कभी आधी ट्रेनिंग लेने वाले पुलिसकर्मियों को भी काम में लगा दिया जाता है। ऐसा करने से बचें, पूरा प्रशिक्षण लेने के बाद ही कर्मियों को काम पर लगायें। इसके बेहतर परिणाम मिलेंगे। बहाली और प्रशिक्षण का काम ठीक ढंग से ससमय कराएं ताकि बिहार में कानून का राज कायम रहे, यही हमारी इच्छा है। नवनियुक्त पुलिसकर्मियों से आह्वान करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि आपलोग अपना काम ठीक ढंग से कीजियेगा, मुझे खुशी होगी। आज आपने जो शपथ ली है उसे भूलियेगा मत। शराब का सेवन खुद कभी नहीं करियेगा और न ही दूसरों को करने दीजियेगा। इससे समाज में काफी बेहतरी आएगी। समाज में कुछ लोग गड़बड़ करने वाले होते हैं। 90 प्रतिशत लोग ठीक हैं, शेष 10 प्रतिशत लोगों को भी ठीक करने का प्रयास करते रहना है आपलोगों से अनुरोध है कि आज लिये गये शपथ के अनुसार काम कीजियेगा। अपराध नियंत्रण में पूरा सहयोग दीजियेगा नियुक्ति पत्र वितरण समारोह में नवनियुक्त पुलिसकर्मियों ने मुख्यमंत्री के समक्ष दोनों हाथ उठाकर शराब का सेवन नहीं करने और दूसरों को भी शराब का सेवन नहीं करने देने का संकल्प लिया।
समारोह को उप मुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव, ऊर्जा, योजना एवं विकास मंत्री बिजेंद्र प्रसाद यादव, वित्त, वाणिज्य कर एवं संसदीय कार्य मंत्री विजय कुमार चौधरी, मुख्य सचिव आमिर सुबहानी, अपर मुख्य सचिव गृह चैतन्य प्रसाद एवं पुलिस महानिदेशक संजीव कुमार सिंघल ने भी संबोधित किया। कार्यक्रम में अपर पुलिस महानिदेशक मुख्यालय जितेन्द्र सिंह गंगवार ने धन्यवाद ज्ञापन किया।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव दीपक कुमार, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव डॉ० एस० सिद्धार्थ, महानिदेशक प्रशिक्षण आलोक राज, महानिदेशक सह समादेष्टा बिहार गृह रक्षा वाहिनी एवं बिहार अग्निशमन सेवा शोभा अहोतकर, महानिदेशक बिहार विशेष सशत्र पुलिस ए0के0 अम्बेडकर, सचिव गृह जितेंद्र श्रीवास्तव, मुख्यमंत्री के सचिव अनुपम कुमार, अपर पुलिस महानिदेशक मुख्यालय जितेंद्र सिंह गंगवार, आयुक्त पटना प्रमंडल कुमार रवि, मुख्यमंत्री के विशेष कार्य पदाधिकारी गोपाल सिंह, जिलाधिकारी चंद्रशेखर सिंह, वरीय पुलिस अधीक्षक मानवजीत सिंह ढिल्लो, अपर महानिदेशकगण, पुलिस
महानिरीक्षकगण, अन्य वरीय पुलिस पदाधिकारीगण, गृह वि संबंधित पदाधिकारीगण / कर्मीगण सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति एवं नवनियुक्त पदाधिकारी एवं कर्मीगण उपस्थित थे।