पटना. राष्ट्रीय लोक समता पार्टी (रालोसपा) ने मंगलवार को छपरा में अपराधियों के साथ हुई मुठभेड़ में शहीद पुलिस वालों के परिवार वालों से संवेदना जताई है और कहा है कि सरकार उनके परिजनों को उचित मुआवजा और किसी एक सदस्य को नौकरी दे. रालोसपा प्रमुख और पूर्व केंद्रीय मंत्री उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि घटना दिल दहलाने वाली है. अपराधियों में सरकार का खौफ नहीं है और अब वे पुलिस वालों को निशाना बना रहे हैं. लेकिन मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अंतरात्मा नहीं जाग रही है. उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि सरकार की छवि का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि छपरा मुठभेड़ में शहीद पुलिस वालों के परिजन को ही नीतीश कुमार की पुलिस पर भरोसा नहीं है और उन्होंने सरकार से पूरी घटना की सीबीआई जांच की मांग की है. उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि सरकार इस मामले को सीबीआई को सौंपने में देर क्यों लगा रही है, यह समझ से परे है. शहीद पुलिस के परिजनों की मांग को तो मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को फौरन मान कर घटना की जांच की अनुशंसा सीबीआई से करनी चाहिए थी. उपेंद्र कुशवाहा ने शहीद परिवार वालों की मांग का समर्थन करते हुए घटना की जांच फौरन सीबीआई को सौंपने की मांग सरकार से की है. उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि इसी से पता चलता है कि सरकार का निजाम कितना चरमारा गया है. पुलिस के परिजनों को भी सरकार पर भरोसा नहीं रहा है. छपरा के मढ़ौरा बाजार स्थित एलआइसी ऑफिस के सामने स्कॉर्पियो पर सवार अपराधियों ने एसआइटी (स्पेशल टास्क फोर्स) पर फायरिंग की थी, जिसमें दारोगा मिथिलेश कुमार साह और हवलदार फारुख आलम शहीद हो गए थे.
उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि राज्य में कानून व्यवस्था की हालत बद से बदतर है. आपराधिक घटनाओं में लगातार इजाफा हो रहा है. हद तो यह है कि खुद पुलिस महानिदेशक तक को अपनी पुलिस पर भरोसा नहीं है. कुछ दिन पहले ही पुलिस महानिदेशक गुप्तेश्वर पांडेय ने भी अपने विभाग पर सवाल उठाया था और कहा था कि मेरे खिलाफ भी कुछ पुलिस वाले साजिश कर रहे हैं. उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि राज्य की कानून व्यवस्था की कहानी बयान करने के लिए डीजीपी का बयान काफी है. उन्होंने अपनी बात दोहराई कि नीतीश कुमार से अब बिहार संभल नहीं रहा है और वे जनता से माफी मांग कर अपनी अंतरात्मा को जगाएं और मुख्यमंत्री पद से तत्काल इस्तीफा दें.