और आखिरकार बिहार सरकार के कानो पर जूं तक नहीं रेंगी उपेंद्र कुशवाहा के अनशन का , जब स्वास्थ्य तेजी से बिगड़ने लगा तो महागठबंधन और वामदल के नेताओं ने शनिवार को एक साथ पीएमसीएच जाकर उपेन्द्र कुशवाहा और वीआईपी प्रमुख मुकेश सहनी का चल रहा अनशन जूस पिलाकर तुड़वाया। इस अवसर पर सभी नेताओं ने एक स्वर से राज्य सरकार पर हमला बोला।
गौरतलब है कि रालोसपा प्रमुख केन्द्रीय विद्यालय को जमीन देने के मसले पर पिछले पाँच दिन से अनशन पर बैठे थे लेकिन सरकार से उनका हालचाल लेने कोई नहीं आया और तब महागठबंधन के नेताओं ने एक निर्णय लेकर पहले एक प्रेस कोन्फ्रेंस किया राजद कार्यालय में किया और सरकार पर जमकर हमला बोला, साथ ही गिरते स्वास्थ्य के मद्देनजर कुशवाहा से अनशन तोड़ने की अपील की। नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने कहा कि हम चाहते हैं केन्द्रीय विद्यालय खुले,राज्य को विशेष दर्जा और पैकेज मिले, बेराजगारी दूर हो और विधि व्यवस्था दुरुस्त हो। लेकिन नीतीश सरकार की रूचि इनमें नहीं है। नीतीश कुमार का एजेंडा कुर्सी बचाने का है।
पीएमसीएच मे उपेंद्र कुशवाहा के अनशन तुड़वाने के बाद नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव दूसरी बार मीडिया से बातचित करते हुए कहा कि यह अनशन तो ट्रेलर था, पूरी फिल्म अभी बाकी है। श्री कुशवाहा के स्वस्थ होते ही आगे नये और बड़े आंदोलन की तैयारी होगी। पूरा महागठबंधन और वामदल केन्द्रीय विद्यालय खोलने की इस मांग में उपेन्द्र कुशवाहा के साथ है। पूर्व केन्द्रीय मंत्री शरद यादव ने भी कहा कि नई सरकार केन्द्रीय विद्यालय खुलवाएगी। कांग्रेस के अखिलेश सिंह और हम के जीतनराम मांझी ने कहा कि अगले चुनाव में इस सरकार को हर हाल में हटाने की साझी रणनीति बनेगी।