देश भर में कोविड के संक्रमण को रोकने के लिए केंद्र और राज्य सरकारें कई महत्वपूर्ण कदम उठा रही हैं। इस बीच तेलंगाना सरकार ने राज्य में ‘फीवर सर्वे’ अभियान शुरू किया है। फीवर सर्वे अभियान देश में अपनी तरह का पहला सर्वेक्षण अभियान है, इसका उद्देश्य संक्रमित मरीजों का घर पर ही बुखार या कोविड-19 के लक्षण वाले लोगों की पहचान करना है।
बुखार या कोविड-19 के मरीजों की पहचान के लिए पहल
देश भर में हाल के दिनों में कोविड मामले तेजी से बढ़ रहे हैं, जिससे लोग बड़ी संख्या में अस्पतालों में इलाज के लिए पहुंच रहे हैं। ऐसे में तेलंगाना सरकार ने राज्य में बुखार का सर्वेक्षण किया है, जो देश में इस तरह का पहला सर्वेक्षण है। इस तरह के सर्वेक्षण का उद्देश्य संक्रमित मरीजों का घर पर ही बुखार या कोविड-19 के लक्षणों वाले लोगों की पहचान करना है।
लक्षण मिलने पर तुरंत दी जाती है दवाओं की कीट
डोर टू डोर सर्वेक्षण में एएनएम, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, आशा कार्यकर्ता और स्वच्छता कर्मचारी शामिल हैं। ये सभी कोरोना योद्धा घर-घर जाकर दौरा करते हैं और बुखार नापने के लिए थर्मल स्कैनर से परिवार के सभी सदस्यों का जांच करते हैं। साथ ही ये यह भी पता करते हैं कि परिवार में किसी सदस्य को कोविड-19 का कोई लक्षण तो नहीं है। अगर परिवार के किसी सदस्य को बुखार या कोविड के लक्षण हैं तो टीम उन्हें मौके पर ही दवाओं की एक किट प्रदान करती हैं और घर में आइसोलेट होने की सलाह देती है।
मरीज के स्वास्थ्य की निगरानी करती है यह टीम
टीम के सदस्य बुखार और कोविड लक्षणों वाले व्यक्तियों के इलाके में एंटी लार्वा का छिड़काव करते हैं। साथ ही टीम द्वारा आवश्यक होने पर बुखार या कोविड लक्षणों वाले व्यक्तियों को चेकअप के लिए प्राथमिक केंद्र ले जाया जाता है। इस बीच टीम के सदस्यों को मरीज के स्वास्थ्य की निगरानी जारी रखनी होगी और मरीज के हालात बिगड़ने पर मरीज को नजदीकी अस्पताल में भर्ती करवाना होगा।
20 हजार से अधिक टीमें फीवर सर्वे में जुटी
विभाग के निदेशक जी. श्रीनिवास राव ने कहा कि 20,955 टीमें राज्य में फीवर सर्वे में भाग ले रही हैं। उन्होंने कोविड लक्षणों वाले मरीज खोजने के लिए अब तक 11 लाख 22 हजार घरों का दौरा किया है। ग्रेटर हैदराबाद नगर निगम में फीवर सर्वे पूरे जोरों पर चलाया जा रहा है। ग्रेटर हैदराबाद नगर निगम में फीवर सर्वे में 700 से अधिक टीमें हिस्सा ले रही हैं और अब तक लगभग दो लाख घरों को कवर किया जा चुका है।
गौरतलब हो, कोरोना के खिलाफ जारी इस जंग में देश में तेलंगाना पहला ऐसा राज्य है, जहां कोविड लक्षणों से स्वास्थ्य की स्थिति बिगड़ने से बचाने और अस्पतालों पर बोझ कम करने के मकसद से इस तरह के सर्वेक्षण को शुरू किया गया है।