जाति गणना आरक्षण मामला पर पोल खोल अभियान की सफलता से डर गई है भाजपा – उमेश सिंह कुशवाहा

पोल-खोल अभियान का दुसरा चरण सम्पन्न

कार्यक्रम के सफल आयोजन हेतु प्रदेश अध्यक्ष ने पार्टी के पदाधिकारियों के साथ-साथ आमजनों के प्रति जताया आभार

पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ.साथ आम लोगों ने बढ़-चढ़कर लिया हिस्सा

बिहार जनता दल (यू0) के प्रदेश अध्यक्ष उमेश सिंह कुशवाहा ने मंगलवार को बयान जारी कर कहा कि जाति आधारित गणना पर भारतीय जनता पार्टी के विरोधक मानसिकता को उजागर करने के लिए पार्टी द्वारा चलाए जा रहे राज्यव्यापी पोल खोल अभियान के दुसरे चरण के तहत 7 से 12 सितंबर तक प्रखंड स्तरीय मशाल /कैंडिल जुलूस कार्यक्रम को सफल बनाने हेतु पार्टी के माननीय सांसद, विधायक, माननीय विधानपार्षद सभी प्रमंडलों के प्रभारी, जिलाध्यक्ष, विधानसभा प्रभारी, जिला कार्यकारणी के पदाधिकारी, प्रखंड एवं पंचायतों के अध्यक्ष, सभी प्रकोष्ठों के विभिन्न स्तर के पदाधिकारियों के साथ-साथ इस अभियान में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेने वाले आमजनों के प्रति कोटि-कोटि आभार प्रकट करते हैं।
प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि जनता दल (यू0) के पोल खोल अभियान क पहले एवं दुसरे चरण में प्रदेशभर के आमजनो का भरपूर जनसमर्थन प्राप्त हुआ। लोगों का अब पूर्ण विश्वास है कि भाजपा को शोषितों, वंचितों एवं दलितों से कोई हमदर्दी नहीं है। वे उनके शोषक है। चुनाव के समय भाजपा के लोग स्वंय को अतिपिछड़ा बताने का काम करते है और सत्ता में आते ही दलित-अतिपिछड़ा के कल्याण की बात से घृणा करते है।

जिस प्रकार पोल खोल अभियान के प्रथम चरण में लोगों ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया ठीक उसी प्रकार पोल खोल अभियान के दूसरे चरण में भी आम लोगों का खासी भागीदारी दिखी है। पार्टी के पोल खोल अभियान में उमड़ रहा जनसैलाब भाजपा के प्रति आम लोगों में नाराजगी और रोष का जीता जागता प्रमाण है। इस अभियान के सफलता से भारतीय जनता पार्टी सहित पूरा एनडीए गठबंधन डरा हुआ है।
प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि सिर्फ बिहार ही नहीं बल्कि पूरे देश में आज आम जनता भाजपा के गलत नीतियों एवं गरीब विरोधी गतिविधियों आक्रोशित से है। खासतौर पर जाति आधारित गणना के विषय में भारतीय जनता पार्टी ने जिस प्रकार का विरोधी रुख अख्तियार किया उससे देश का गरीबए वंचितए दलितए पिछड़ा.अतिपिछड़ा समाज खुद को अपमानित महसूस कर रहा है। भाजपा के पोल-खोल अभियान की तीसरी चरण में पार्टी के साथी दिनांक-15 सितम्बर से 20 सितम्बर 2023 तक अपने-अपने घरों पर काला झंडा/काला पट्ठा एवं काला वस्त्र धारण करेंगे।

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