मुंगेर पुलिस अधीक्षक लिपि सिंह के निर्देश पर की गई कार्रवाई के दौरान शराब की बहुत बड़ी खेप को बरामद किया गया। मुंगेर पुलिस अधीक्षक लिपि सिंह को सूचना मिली थी कि चाय पत्ती लदे हुए ट्रक से शराब की खेप लाई जा रही है। पुलिस अधीक्षक ने जिला सूचना इकाई को आवश्यक कार्रवाई का निर्देश दिया। एसपी के निर्देश पर जिला सूचना इकाई प्रमुख शैलेश कुमार के नेतृत्व में सूचना के सत्यापन उपरांत रामनगर नगर थाना क्षेत्र में एक ट्रक को रोका गया। पुलिस अधीक्षक को पक्की सूचना थी कि चाय पत्ती लदे ट्रक से ही शराब को ले जाया जाना है। इसके बाद सघन वाहन चेकिंग प्रारंभ कर दिया गया था। जिला सूचना इकाई की टीम कई जगहों पर वाहन चेकिंग करवा रही थी। इसी दौरान नया राम नगर थाना क्षेत्र के मिल्की चक गांव के पास ट्रक को रोका गया। जिला सूचना इकाई प्रभारी शैलेश कुमार और
नया रामनगर थानाध्यक्ष रंजीत कुमार द्वारा ट्रक को रोककर ट्रक की तलाशी ली गई। ट्रक पर चाय पत्ती के बोरों के बीच 149 कार्टून शराब को छुपाया गया था।
शराब के कार्टून को प्लास्टिक के बोरे में इस कदर रखा गया था कि पहचान करना मुश्किल हो रहा था कि बोरों के अंदर शराब के कार्टन हैं या चाय पत्ती के कार्टन। चाय पत्ती के बोरों को उतारकर जब ट्रक को खंगाला गया तब अंदर से 149 कार्टून शराब बरामद हुई। पुलिस की कार्रवाई में 180 एमएल शराब के 77 कार्टून बरामद हुए। 180 एमएल शराब की कुल 3696 बोतलें बरामद हुईं। 375 एमएल शराब के 72 कार्टन बरामद किए गए।
पुलिस की कार्रवाई में 375 एमएल शराब की कुल 1728 बोतलें बरामद की गई। पुलिस ने कार्रवाई के दौरान 3 लोगों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार लोगों में समस्तीपुर मोहद्दीनगर निवासी राम किशोर सिंह और शांतनु सिंह शामिल हैं। इसके अलावा पटना जिला के अथमलगोला निवासी विवेक कुमार को भी गिरफ्तार किया गया है। पुलिस की कार्रवाई में 1313 लीटर शराब बरामद किया गया है।
अवैध शराब कारोबार के बहुत बड़े नेटवर्क का हुआ खुलासा
मुंगेर पुलिस की कार्रवाई में अवैध शराब कारोबार के बहुत बड़े नेटवर्क का खुलासा हुआ है। दरअसल आसाम से चाय पत्ती लदे ट्रक में शराब को छिपाकर लाए जाने का खेल बहुत दिनों से चल रहा था। पश्चिम बंगाल और असम से ट्रकों को ले जाने का सड़क मार्ग दूसरा है और उसी रूट से ट्रकों को ले जाया जाता था। ट्रक चालक ने बताया है कि ट्रकों को अमूमन भागलपुर नवगछिया हाजीपुर रूट से ले जाया जाता था लेकिन पहली बार मुंगेर रूट से जा रहा था और इसी दौरान वह पकड़ा गया।
पूछताछ में यह खुलासा हुआ है कि बरामद शराब को दियारा के रास्ते दूसरे जिलों में पाए पार कराए जाने की योजना थी। असम से चाय पत्ती के थैलों को लोड किया गया था और पश्चिम बंगाल के अलीपुरद्वार जिले में शराब को लोड किया गया था। बरामद शराब अरूणाचल प्रदेश निर्मित है और पश्चिम बंगाल में चाय पत्ती के थैलों को उतारकर प्लास्टिक के बोरों में पैक कर शराब को इस कदर छुपाया गया था कि पहली नजर में किसी को मामूली शक भी नहीं हो सकता था। हालांकि मुंगेर एसपी को मिली सूचना सटीक थी और इसीलिए ट्रक को रोककर चाय पत्ती के थैलों को उतारकर तलाशी ली गई थी।
14 अगस्त को मिली थी सूचना, 24 घंटे तक सड़कों पर रही टीम
दरअसल 14 अगस्त को ही मुंगेर एसपी लिपि सिंह को सूचना मिल गई थी कि चायपत्ती लदे ट्रक में शराब को लोड कर शराब तस्कर ले जाने की फिराक में हैं। 14 अगस्त को ही कई थानों की पुलिस को अलर्ट किया गया था लेकिन ट्रक उस दिन नहीं आया था। इसके बावजूद पुलिस सड़कों पर थी। 14 अगस्त की देर रात तक ट्रक के मूवमेंट की सूचना दोबारा प्राप्त हुई और इसके बाद भागलपुर-मुंगेर जिला जमुई-मुंगेर जिला की सीमा पर सघन वाहन चेकिंग अभियान शुरू कराया गया था और अंततः ट्रक को नया रामनगर थाना क्षेत्र रोक कर कार्रवाई की गई। मुंगेर एसपी को यह भी सूचना मिली थी कि ट्रक को हर हाल में पटना जिला जाना है और इसीलिए पटना जिला जाने वाले सभी रास्तों पर सघन चेकिंग लगाई गई थी। मुंगेर जिला के जमुई और लखीसराय से लगने वाली सीमा पर विशेष सतर्कता बरती जा रही थी।
मुंगेर से विवेक कुमार यादव की रिपोर्ट
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