गया (11 दिसंबर, 2025) : आरसीएम की राष्ट्रव्यापी रूपांतरण यात्रा के शुभारंभ के बाद से अब तक लाखों नवोद्यमी इससे जुड़ चुके हैं, जो कंपनी की जन – आधारित विकास यात्रा में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है। यात्रा का नवीनतम पड़ाव गया रहा, जहां हजारों नागरिकों ने स्वास्थ्य, सेवा और संस्कार को बढ़ावा देने वाली विभिन्न सामुदायिक गतिविधियों में सक्रिय भागीदारी की। गया और इससे पहले आयोजित कई शहरों में लाखों लोगों की भागीदारी को देखते हुए यह अनुमान लगाया जा रहा है कि 75 शहरों की इस यात्रा के 22 दिसंबर 2025 को समापन तक इसकी पहुँच लगभग एक मिलियन लोगों तक हो सकती है। कार्यक्रम में युवाओं, महिलाओं और परिवारों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। उन्होंने रक्तदान किया और स्वस्थ जीवनशैली व आत्मनिर्भरता के बारे में जानकारी प्राप्त की। कार्यक्रम में नागरिकों को स्वस्थ और जिम्मेदार जीवनशैली अपनाने के लिए प्रेरित करने वाली जन – जागरूकता गतिविधियों का भी आयोजन किया गया। गया के लोगों ने इस यात्रा का भव्य स्वागत किया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में बिहार विधानसभा अध्यक्ष प्रेम कुमार एवं विशिष्ट अतिथि में टेकारी विधायक अजय कुमार दांगी मौजूद रहे। हजारों लोग गया कॉलेज ग्राउंड, गया कॉलेज मोड़, रामपुर, गया में आयोजित इस आयोजन में शामिल हुए। आरसीएम के सीनियर लीडर श्याम अग्रवाल ने प्रेस वार्ता को सम्बोधित करते हुए कहा कि जैसे – जैसे रूपांतरण यात्रा अपने अगले पड़ाव की ओर बढ़ रही है, गया और बिहार में इसकी छोड़ी गई ऊर्जा और प्रेरणा नए विकास और सामुदायिक कल्याण को आगे बढ़ाती रहेगी।
वहीं शहाबुद्दीन खान और अर्चना सिंह ने कहा कि आरसीएम इस सकारात्मक गति को बनाए रखते हुए गया में अपनी जन – केंद्रित पहलों को जारी रखेगा। आरसीएम कंज्यूमर प्रोडक्ट्स के मैनेजिंग डायरेक्टर सौरभ छाबड़ा ने कहा कि गया से मिला जबरदस्त प्रतिसाद हमारे जन-आधारित आंदोलन की शक्ति और भावना को दर्शाता है। हम हर घर को बेहतर स्वास्थ्य, मजबूत मूल्यों और नए आर्थिक अवसरों से सशक्त बनाने के लिए प्रतिबद्ध हैं ताकि हम एक स्वस्थ और विकसित भारत की दिशा में आगे बढ़ सकें। वहीं मैनेजिंग डायरेक्टर प्रियंका अग्रवाल ने कहा कि गया में रूपांतरण यात्रा का आयोजन हमारी 17,000 किलोमीटर लंबी परिवर्तन यात्रा का एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है। हम हर महिला को गरिमा, शक्ति और आत्मविश्वास के साथ जीवन जीने का अवसर देने के लिए प्रतिबद्ध हैं ताकि वे पुरुषों के साथ मिलकर नए भारत के निर्माण में समान रूप से योगदान दे सकें। सीईओ मनोज कुमार ने कहा कि मुझे गर्व है कि रूपांतरण यात्रा ने गया में जो उत्साह और प्रेरणा जगाई है वह पूरे भारत में लाखों लोगों को सशक्त बनाती रहेगी और आने वाली पीढ़ियों के लिए एक स्थायी और समृद्ध भविष्य का मार्ग प्रशस्त करेगी।
