पटना, 08 सितम्बर 2020:- सचिव सूचना एवं जन-सम्पर्क अनुपम कुमार, सचिव स्वास्थ्य लोकेश कुमार सिंह, अपर पुलिस महानिदेशक, पुलिस मुख्यालय जितेंद्र कुमार, अपर सचिव आपदा प्रबंधन रामचंद्र डू एवं जल संसाधन विभाग के प्रभारी पदाधिकारी, बाढ़ अनुश्रवण सेल ने कोरोना संक्रमण की रोकथाम एवं विभिन्न नदियों के जलस्तर को लेकर सरकार द्वारा किये जा रहे कार्यों के संबंध में अद्यतन जानकारी दी।
बिहार का रिकवरी रेट राष्ट्रीय औसत से है 11 प्रतिशत से भी अधिक
सचिव, सूचना एवं जन-सम्पर्क अनुपम कुमार ने बताया कि कोविड-19 की वर्तमान स्थिति को लेकर सरकार द्वारा पूरी तत्परता के साथ लगातार सभी आवश्यक कार्रवाई की जा रही है। बिहार का रिकवरी रेट 88.98 प्रतिशत हो गया है, जो राष्ट्रीय औसत से 11 प्रतिशत से भी अधिक है। आज मुख्यमंत्री द्वारा वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से जल-जीवन-हरियाली अभियान की समीक्षा की गयी। इस समीक्षा बैठक से वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये सभी प्रमंडलीय आयुक्त एवं जिलाधिकारी भी जुड़े थे। समीक्षा के क्रम में मुख्यमंत्री ने जल-जीवन-हरियाली अभियान की योजनाओं पर तेजी से काम करने का निर्देश दिया। इन योजनाओं के क्रियान्वयन से काफी संख्या में श्रमिकों को रोजगार मिल रहा है। मुख्यमंत्री ने सोलर एनर्जी विशेषकर स्ट्रीट लाइट में सौर ऊर्जा का उपयोग करने के लिए कहा है। तालाबों या सार्वजनिक जल संरचनाओं को अतिक्रमणमुक्त कराने के क्रम में जितने भूमिहीन परिवार बेघर हुए हैं, उन्हें जल्द से जल्द जमीन उपलब्ध कराकर बसाने का निर्देश दिया गया है। उन्होंने बताया कि रोजगार सृजन पर सरकार का विशेष ध्यान है और लॉकडाउन पीरियड से लेकर अभी तक 05 लाख 60 हजार 252 योजनाओं के अंतर्गत 14 करोड़ 84 लाख से अधिक मानव दिवसों का सृजन किया जा चुका है।
कोविड-19 के पिछले 24 घंटे में 1,667 नये मामले आये सामने
सचिव स्वास्थ्य लोकेश कुमार सिंह ने बताया कि कोरोना संक्रमण से पिछले 24 घंटे में 1,944 लोग स्वस्थ हुए हैं और अब तक 1,34,089 लोग कोविड-19 संक्रमण से स्वस्थ हो चुके हैं। बिहार का रिकवरी रेट 88.98 प्रतिशत है। विगत 24 घंटे में कोविड-19 के 1,667 नये मामले सामने आये हैं। वर्तमान में बिहार में कोविड-19 के 15,839 एक्टिव मरीज हैं। उन्होंने बताया कि 07.09.2020 को 1,52,671 सैंपल्स की जांच की गई है और अब तक की गयी कुल जांच की संख्या 43,28,593 है।
मास्क नहीं पहनने वाले व्यक्तियों से वसूला 21 लाख 86 हजार 400 रूपये की जुर्माना राशि
अपर पुलिस महानिदेशक, पुलिस मुख्यालय जितेन्द्र कुमार ने बताया कि सरकार द्वारा 01 सितंबर से लागू अनलॉक-4 के तहत जारी गाइडलाइन्स का अनुपालन कराया जा रहा है। पिछले 24 घंटे में 473 वाहन जब्त किये गये हैं और 14 लाख 52 हजार 300 रूपये की राशि जुर्माने के रुप में वसूल की गई है। इस दौरान कोई कांड दर्ज नहीं किया गया है और किसी व्यक्ति की गिरफ्तारी भी नहीं हुई है। इस प्रकार 1 सितंबर से अब तक 13 कांड दर्ज किये गए हैं और 56 व्यक्तियों की गिरफ्तारी हुई है। कुल 3,743 वाहन जब्त किए गए हैं और करीब 01 करोड़ 29 लाख 42 हजार 600 रुपए की राशि जुर्माने के रूप में वसूल की गयी है। उन्होंने बताया कि सार्वजनिक स्थानों पर मास्क नहीं पहनने वाले लोगों पर भी लगातार कार्रवाई की जा रही है। पिछले 24 घंटे में मास्क नहीं पहनने वाले 5,718 व्यक्तियों से 02 लाख 85 हजार 900 रूपये की राशि जुर्माने के रूप में वसूल की गयी है। इस प्रकार 01 सितंबर से अब तक मास्क नहीं पहनने वाले 43,728 व्यक्तियों से 21 लाख 86 हजार 400 रूपये की जुर्माना राशि वसूल की गयी है। कोविड-19 से निपटने के लिये उठाये जा रहे कदमों और नए दिशा-निर्देशों का पालन करने में अवरोध पैदा करने वालों के खिलाफ सख्ती से कदम उठाये जा रहे हैं।
जल संसाधन विभाग द्वारा बरती जा रही सतत् निगरानी
जल संसाधन विभाग के प्रभारी पदाधिकारी, बाढ़ अनुश्रवण सेल ने बताया कि कोशी नदी के वीरपुर बराज पर आज 02 बजे 1,71,250 क्यूसेक जलश्राव प्रवाहित हुआ है और इसकी प्रवृति राइजिंग है। गंडक नदी में वाल्मीकिनगर बराज पर आज 97,500 क्यूसेक जलश्राव प्रवाहित हुआ है और इसकी प्रवृत्ति स्थिर है। सोन नदी में इन्द्रपुरी बराज पर आज 22,722 क्यूसेक जलश्राव प्रवाहित हुआ है और इसकी प्रवृत्ति फॉलिंग है। बागमती नदी के जलस्तर में डूब्बाधार, चंदौली और कटौंझा में बढ़ने की प्रवृत्ति है और अन्य स्थलों पर जलस्तर घट रहा है या स्थिर है। बागमती नदी का जलस्तर ढेंग, सोनाखान और कटौंझा में खतरे के निशान से क्रमशः 20 सेंटीमीटर, 01 सेंटीमीटर और 03 सेंटीमीटर ऊपर है। बूढी गंडक नदी के जलस्तर में सिकंदरपुर में बढ़ने की प्रवृत्ति है लेकिन खतरे के निशान से नीचे है। गंगा का जलस्तर इलाहाबाद, वाराणसी, बक्सर, दीघा, गांधी घाट, हाथीदह, मुंगेर, भागलपुर एवं कहलगांव में फॉलिंग ट्रेंड में है। गंगा नदी हाथीदह में 03 सेंटीमीटर और कहलगांव में 07 सेंटीमीटर खतरे के निशान से ऊपर प्रवाहित हो रही है। महानंदा नदी के जलस्तर में तैयबपुर और ढेंगराघाट में बढ़ने की प्रवृत्ति है लेकिन दोनों स्थलों पर खतरे के निशान से नीचे प्रवाहित हो रहे हैं। इसके अलावा अन्य नदियों का जलस्तर या तो स्थिर है या फॉलिंग ट्रेंड में है। वर्षापात के पूर्वानुमान के मुताबिक अगले 24 घंटे तक बिहार और नेपाल की सभी नदियों के बेसिन में लाइट टू मोडरेट वर्षापात होने की संभावना व्यक्त की गयी है। जल संसाधन विभाग द्वारा सतत् निगरानी एवं चैकसी बरती जा रही है।
एन0डी0आर0एफ0, एस0डी0आर0एफ0 और बोट्स के माध्यम से 5,50,792 लोगों को किया निष्क्रमित
अपर सचिव आपदा प्रबंधन रामचंद्र डू ने बताया कि बिहार की विभिन्न नदियों के बढ़े जलस्तर को देखते हुए आपदा प्रबंधन विभाग पूरी तरह से सतर्क है। अब धीरे-धीरे बाढ़ की स्थिति सामान्य हो रही है। नदियों के बढ़े जलस्तर से बिहार के 16 जिलों के कुल 130 प्रखंडों की 1,333 पंचायतें प्रभावित हुई हैं, जहाँ आवश्यकतानुसार राहत शिविर चलाए जा रहे हैं। सारण जिले के बाढ़ प्रभावित इलाकों में 02 कम्युनिटी किचेन चलाए जा रहे हैं, जिनमें प्रतिदिन 10,000 लोग भोजन कर रहे हैं। सभी बाढ़ प्रभावित जिलों में एन0डी0आर0एफ0 और एस0डी0आर0एफ0 की टीमें प्रतिनियुक्त हैं और अब तक प्रभावित इलाकों से एन0डी0आर0एफ0, एस0डी0आर0एफ0 और बोट्स के माध्यम से 5,50,792 लोगों को निष्क्रमित किया गया है। उन्होंने बताया कि अभी तक बाढ़ प्रभावित 16,62,542 परिवारों के बैंक खाते में प्रति परिवार 6,000 रुपये की दर से कुल 997.52 करोड़ रुपये जी0आर0 की राशि भेजी जा चुकी है। सभी लाभान्वित परिवारों को एस0एम0एस0 के माध्यम से सूचित भी किया गया है। आपदा प्रबंधन विभाग संपूर्ण स्थिति पर लगातार निगरानी रख रहा है।