केंद्रीय अल्पसंख्यक कार्य मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने शुक्रवार 22 अक्टूबर को कहा कि हज यात्रा के इच्छुक लोगों की चयन प्रक्रिया कोरोना वैक्सीन के दोनों डोज लिए जाने एवं भारत और सऊदी अरब की सरकारों द्वारा हज 2022 के समय तय किये जाने वाले कोरोना प्रोटोकॉल, दिशानिर्देशों एवं मापदंडों के तहत होगी। यहां हज समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करते हुए केंद्रीय मंत्री ने कहा कि सभी हज यात्रियों को डिजिटल हेल्थ कार्ड, “ई-मसीहा” स्वास्थ्य सुविधा, मक्का-मदीना में ठहरने की बिल्डिंग, ट्रांसपोर्टेशन की जानकारी भारत में ही देने वाली “ई-लगेज टैगिंग” की सुविधा भी दी जाएगी।
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि इस बार सऊदी अरब एवं भारत सरकार के हेल्थ एवं कोरोना प्रोटोकॉल को ध्यान में रखते हुए हज 2022 की तैयारियां शुरू कर दी गई हैं। हज 2022 की अधिकृत घोषणा नवम्बर के प्रथम सप्ताह में की जायेगी, उसके साथ ही हज के लिए ऑनलाइन आवेदन की प्रक्रिया भी शुरू कर दी जाएगी। भारत की हज 2022 की संपूर्ण प्रक्रिया 100 प्रतिशत ऑनलाइन/डिजिटल होगी। जानकारी के लिए बता दें कि इंडोनेशिया के बाद सर्वाधिक हज यात्री भारत से जाते हैं।
कोरोना प्रोटोकॉल का होगा पालन
अल्पसंख्यक कार्य मंत्री ने कहा कि भारत और सऊदी अरब में वर्ष 2022 में हज पर जाने वाले लोगों के लिए कोरोना प्रोटोकॉल और हेल्थ और हाइजीन के सम्बन्ध में विशेष ट्रेनिंग की व्यवस्था की गई है। हज 2022 की संपूर्ण प्रक्रिया, सऊदी अरब की सरकार एवं भारत सरकार द्वारा कोरोना आपदा के मद्देनजर तय किये जाने वाले पात्रता मानदंड, आयु मानदंड, स्वास्थ्य परिस्थिति एवं अन्य जरुरी दिशानिर्देशों के अनुसार की जा रही हैं।
इस बाबत लोगों की सेहत, सुरक्षा और सऊदी अरब सरकार के दिशानिर्देशों को प्राथमिकता देते हुए और अल्पसंख्यक कार्य मंत्रालय, स्वास्थ्य मंत्रालय, विदेश मंत्रालय, नागरिक उड्डयन मंत्रालय, हज कमेटी और सऊदी अरब में भारतीय एम्बेसी आदि द्वारा गहन मंत्रणा के बाद हज 2022 की संपूर्ण रुपरेखा तय की जा रही है।